बाबा अजगैबीनाथ मंदिर में बाबा के दर्शन और जल अर्पण करने के लिए रात से ही लाइन में लग गयी थी. बिहार पुलिस मुख्यालय ने सावन की पहली सोमवारी सहित दो माह तक चलने वाले श्रावण माह के दौरान मंदिरों एवं कांवरिया पथ के आसपास सुरक्षा एवं विधि -व्यवस्था को लेकर विशेष तैयारियां की हैं. इस दौरान राजधानी पटना सहित जिलों में अतिरिक्त 305 पुलिस पदाधिकारी, 1555 लाठी पुलिस बल, 3450 होमगार्ड के जवान, 12 कंपनी सशस्त्र बल, पांच सेक्शन अश्वारोही दल, तीन सेक्शन आंसु गैस दस्ता की तैनाती हुई है. बड़ी संख्या में महिला और यातायात पुलिस की भी तैनाती की गयी है.
एडीजी (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि सुल्तानगंज से देवघर जाने वाले कांवरिये बिहार-झारखंड के चार जिलों से होकर गुजरते हैं. इसको लेकर भागलपुर, बांका, मुंगेर और देवघर के डीएम-एसपी की संयुक्त बैठक भी की गयी है. इस पूरे रूट पर जगह-जगह पुलिस कैंप भी बनाये गये हैं, जहां कांवरिया व अन्य श्रद्धालु अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे.
सुल्तानगंज में डाकबम के रजिस्ट्रेशन के लिए भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.
राजकीय श्रावणी मेला-2023 की पहली सोमवारी आज है. इस अवसर पर कांवरियों की संभावित भारी भीड़ को देखते हुए देवघर जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. रविवार से ही झारखंड प्रवेश द्वार दुम्मा से लेकर खिजुरिया, रूट लाइन और बाबा मंदिर सहित संपूर्ण मेला क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. बाबाधाम आने वाले कांवरियों/श्रद्धालुओं को सुलभ और सुरक्षित जलार्पण करवाने को लेकर बाबा मंदिर में सीआरपीएफ जवानों की तैनाती कर दी गयी है.
कटक,ओडिसा के कांवरियों का जत्था राजस्थानी पगड़ी पहने व राजस्थानी नृत्य करते रविवार को गंगा जल भर देवघर प्रस्थान किये. कांवरिया नाचते गाते बाबा की भक्ति में लीन दिखे. कांवरिया ने बताया कि बाबा की यात्रा में नृत्य की महत्ता काफी है. बाबा भोले को नृत्य बहुत ही प्रिय है. कटक के कांवरिया डफली के साथ नृत्य करते बाबाधाम रवाना हुए. आकर्षक नृत्य देखने रास्ते में लोगों की काफी भीड़ देखी गयी.
पहली सोमवारी को बड़ी संख्या में भक्त कांवर लेकर आज सुल्तानगंज से देवघर के लिए निकल रहे हैं.
बड़ी संख्या में कांवरियों की भीड़ कांवरिया पत पर देखने को मिल रही है.