Bhagalpur Museum: संग्रहालय पहुंचे अमेरिका के प्रोफेसर, पुरातन प्रतिमाएं देख पढ़िए क्या कहा…
Bhagalpur Museum के पेंटिंग गैलरी में रखे मुगलकालीन, राजस्थानी, पटना कलम, हाथी दांत पर बनी पेंटिंग की खूब सराहना की
Bhagalpur Museum अमेरिका में नॉर्थ इस्टर्न यूनिवर्सिटी में कला व इतिहास के प्रोफेसर राब लिनराथ भागलपुर पहुंचे. विक्रमशिला और बटेश्वर स्थान के बाद गुरुवार को भागलपुर संग्रहालय पहुंचकर उन्होंने प्राचीन प्रतिमाओं की जानकारी ली. भागलपुर संग्रहालय में 10वीं शताब्दी व चंपा काल की दुर्लभ प्रतिमाओं को देखकर अभिभूत हुए. इस दौरान दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा नंदिनी उनके साथ मौजूद रही.
मंदार से प्राप्त भगवान गणेश की दो प्रतिमा, बांका जिले से प्राप्त काले पत्थर की बनी देवी की दस भुजी प्रतिमा, सीएमएस स्कूल से मिली चतुर्भुज दुर्गा, विष्णु धर्मोत्तर पुराण में वर्णित विष्णु की विभिन्न मूर्तियां, शाहकुंड से मिली यशिणी की प्रतिमा, सुल्तानगंज से मिले भगवान बुद्ध की प्रतिमाएं, दसवीं शताब्दी के काले पत्थर की मनौती स्तूप आदि को देखा.संग्रहालय में बनी 15 गैलरी को सरसरी निगाह से देखा.
पेंटिंग गैलरी में मुगलकालीन, राजस्थानी, पटना कलम, हाथी दांत पर बनी पेंटिंग की खूब सराहना की. मायका, मधुबनी और मंजूषा पेंटिंग जैसी लोककला से अवगत हुए. विशेष दीर्घा में सोने-चांदी, तांबा के सिक्के के अलावा दुर्लभ हीरे- जवाहरात, आर्म्स गैलरी में प्राचीन काल के हथियार और औजार, ब्राउंज आर्ट गैलरी में धातु से बनी मूर्तियां, कलात्मक आर्ट गैलरी में विभिन्न प्रजातियों, जीव-जंतुओं की मूर्तियां, पांडुलिपियों जिसमें तीन हजार वर्ष पुरानी पांडुलिपियों का अध्ययन करने के लिए तस्वीर ली.
नालंदा, राजगीर व बेगूसराय में दे चुके हैं व्याख्यान
भागलपुर संग्रहालय के पूर्व अध्यक्ष शिव कुमार मिश्र ने बताया कि प्रोफेसर राब वर्षों से बिहार में प्राचीन प्रतिमाओं का अध्ययन कर रहे हैं. बेगूसराय में बिहार की सूर्य प्रतिमा पर लेक्चर भी उन्होंने दिए हैं. नालंदा व राजगीर में भी व्याख्यान दे चुके हैं.