जीआर वितरण में भेदभाव से नाराज ग्रामीणों ने अंचल कार्यालय घेरा
मकंदपुर पंचायत हरपुर गांव के सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने जीआर वितरण में स्थानीय अधिकारी के भेदभाव से नाराज अंचल कार्यालय का घेराव कर धरना दिया व नारेबाजी की
मकंदपुर पंचायत हरपुर गांव के सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने जीआर वितरण में स्थानीय अधिकारी के भेदभाव से नाराज अंचल कार्यालय का घेराव कर धरना दिया व नारेबाजी की. बाढ़ पीड़ित हरपुर गांव के वार्ड एक से पांच तक के सभी बाढ़ पीड़ित परिवार जीआर राशि मुहैया कराने की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों ने कहा कि जलस्तर में वृद्धि के बाद अंचल कार्यालय ने हरपुर गांव में सामुदायिक किचन चलाया. जीआर राशि प्रदान करने की सूची तैयार कर पदाधिकारियों ने मनमाना रवैया अपना जीआर राशि से वंचित रखा. बाढ़ पीड़ित जीआर राशि की मांग और सीओ से वार्ता को लेकर घंटों अंचल कार्यालय के मुख्य गेट पर जमे रहे और सीओ से वार्ता की मांग पर अड़े रहे, लेकिन सीओ कार्यालय से बाहर नहीं आयी. सीओ की मनमानी से परेशान मुख्य गेट पर घंटों जमे रहे. इस क्रम में मकंदपुर पंचायत की पंस ममता शर्मा बेहोश हो गिर पड़ी. स्थानीय लोगों ने पानी का छिड़काव कर होश में लाया. बाढ़ पीड़ितों के अडियल रवैये को देख सीओ ने मुखिया पिंटू दास और पंस ममता शर्मा से वार्ता कर जीआर देने का आश्वासन दिया. सीओ के आश्वासन के बाद बाढ़ पीड़ितों ने जीआर राशि दिलाने की मांग बीडीओ को आवेदन दे की है. बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि चार दिनों में सहायता राशि नहीं मिली, तो आंदोलन तेज किया जायेगा. आक्रोशितों ने बताया कि बाढ़ आने पर हरपुर गांव के बाढ़ पीड़ितों को हमेशा जीआर की राशि मिली है. इस वर्ष स्थानीय अधिकारी बहानेबाजी कर रहे हैं. हरपुर गांव के बाढ़ पीड़ितों ने 10 दिन पूर्व जीआर की मांग प्रभारी मंत्री व डीएम को आवेदन दे की थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. मुखिया पिंटू दास ने बताया कि अनुश्रवण कमेटी से सूची को पास कर भुगतान के लिए अंचल कार्यालय में जमा किया गया है, फिर जीआर नहीं मिलना समझ से परे हैं. पंस ने बताया कि बाढ़ का पानी हरपुर गांव के घरों में प्रवेश के बाद बहानेबाजी की जा रही हैं. सीओ हर्षा कोमल ने बताया कि जांच करा मैपिंग करा जीआर प्रदान करने का प्रयास किया जायेगा.
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