निगम का एक और कारनामा : पहले 50 हजार में बनाया, ढाई साल नहीं हुआ उपयोग, फिर ध्वस्त कर दिया यूरिनल
राहगीरों की सुविधा के लिए लोहिया पुल के पश्चिम में कॉर्नर पर ढाई साल पहले पांच सीटर यूरिनल का निर्माण नगर निगम ने कराया था.
– लोगों ने कहा कि यूरिनल को अगर तोड़ना ही था, तो निर्माण करा सरकारी राशि का दुरुपयोग करने की जरूरत ही नहीं थी-यूरिनल के संचालन के लिए एजेंसी बहाल करने में निगम रहा फेल-शहर में और भी 12 पब्लिक टाॅयलेट और यूरिनल के लिए बहाल नहीं कर सकी एजेंसी
-लोहिया पुल के इलाके में अब निगम का एक भी यूरिनल नहीं, राहगीरों को होगी परेशानीवरीय संवाददाता, भागलपुरराहगीरों की सुविधा के लिए लोहिया पुल के पश्चिम में कॉर्नर पर ढाई साल पहले पांच सीटर यूरिनल का निर्माण नगर निगम ने कराया था. टाइल्स-मार्बल लगे इस यूरिनल का उपयोग एक दिन भी नहीं हुआ. गुरुवार आधी रात को निगम ने जेसीबी लगाकर इसको तोड़वा दिया. इसके निर्माण पर आने वाली लागत करीब 50 हजार रुपये बेकार चली गयी. लोगों ने कहा कि इसको अगर तोड़ना ही था, तो निर्माण करा सरकारी राशि का दुरुपयोग करने की जरूरत ही नहीं थी. तोड़ने से पहले न तो आम लोगों से इसकी राय ली गयी और न ही नगर सरकार और उनकी कैबिनेट से कोई बात की गयी. यूरिनल को तोड़वा रहे निगम के एक कर्मचारी ने बताया कि याेजना शाखा के मो रेहान अहमद ने तोड़ने को कहा है, इसलिए जेसीबी लगाकर तोड़ रहे हैं. इधर, तोड़ देने से अब इस क्षेत्र में एक भी यूरिनल नहीं रह गया है. इस यूरिनल की सुविधा बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन के यात्रियों को मिलने की उम्मीद थी. क्योंकि, दोनों के बीच में इसका निर्माण कराया गया था. इस संबंध में योजना शाखा प्रभारी से बात करने की कोशिश की गयी, तो फोन रिसीव नहीं किया.
साल भर बाद भी यूरिनल काे निजी हाथों में सौंपने में निगम फेल
लोहिया पुल पर स्थित जिस जगह के नये यूरिनल को तोड़ा कर हटाया है, उसकाे निजी हाथों में साैंपने की कोशिश पिछले एक साल से किया जा रहा था. इधर, शहर में ऐसे एक दर्जन पब्लिक टाॅयलेट और यूरिनल हें और इसके भी संचालन के लिए एक साल से एजेंसी ढूंढ नहीं जा सकी है.बॉक्स मैटर
जिससे लोगों को खतरा, उसपर चिल्लाने पर भी कार्रवाई नहीं
नगर निगम की योजना शाखा अपने ही कारनामे से सुर्खियों में है. इससे लोगों के जानमाल को नुकसान होने का खतरा है, उस पर कार्रवाई तो नहीं की जा रही है, लेकिन नागरिक सुविधाओं को हटाने में आगे है. कोतवाली चौक के नजदीक रैन बसेरा काफी ज्यादा जर्जर है और इसको तोड़कर हटाने की कार्रवाई स्वीकृत है, लेकिन योजना शाखा प्रभारी ने इसको नजरअंदाज कर दिया है. वहीं, नागरिक सुविधा वाली यूरिनल को तोड़वा दिया है. पार्षद डॉ प्रीति शेखर ने बतायी कि जर्जर रैन बसेरा को तोड़कर वहां वार्ड कार्यालय सहित दुकानें बननी है. इसके लिए भी पहल नहीं की जा रही है.यूरिनल व पब्लिक टाॅयलेट को चलाने के लिए साल भर बाद भी एजेंसी बहाल नहीं
पब्लिक टायलेट
बूढ़ानाथ : 06 सीटरस्टेशन चौक स्थित छमिया गली : 15 सीटरमारवाड़ी पाठशाला के सामने : 06 सीटरकोतवाली चौक के निकट : 15 सीटरमिनी मार्केट के निकट : 05 सीटर
शंकर टॉकिज चौक के निकट : 10 सीटरयूरिनल
:आकाशवाणी चौक के पास : 02 सीटरमहात्मा गांधी पथ पर होटल के सामने : 02 सीटरव्यवहार न्यायालय के मुख्य गेट के पास : 02 सीटरमनाली होटल के पास : 02 सीटर
होली फैमिली स्कूल के सामने : 02 सीटरनोट : इसमें कुछ ऐसे हैं, जो टर्म पूरा होने के बाद भी पूर्व में बहाल एजेंसी द्वारा संचालित हैं.B
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है