रिश्ते में वफादारी की जरूरत, नहीं तो सामाजिक व पारिवारिक विकास में पहुंचती है बाधा
रिश्ते में वफादारी जरूरी है. यदि ऐसा नहीं होता है, तो संबंध में खटास आ जाती है.
रिश्ते में वफादारी जरूरी है. यदि ऐसा नहीं होता है, तो संबंध में खटास आ जाती है. सामाजिक व पारिवारिक विकास में बाधा पहुंचती है, जो अनैतिक संबंध से जुड़े रहते हैं, उन्हें रोग व पतन घेरे रहते हैं. यदि समय पर संभल जाते हैं, तो नारायण माफ कर देते हैं. कोई भी गलती छिपाना नहीं चाहिए. उक्त बातें रविवार को टाउन हॉल में नारायण रैकी सत्संग परिवार की ओर से आयोजित मोटिवेशनल प्रोग्राम में नारी रत्न राजेश्वरी मोदी उर्फ राज दीदी ने कही. इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण की झांकी प्रस्तुत की गयी. उन्होंने कहा कि उन्होंने रिश्तों में वफादारी नहीं रखी तो बिजनेस से लेकर पूरा घर परिवार उलझ गया था. राज दीदी ने महिलाओं खासकर युवतियों को प्रेरित किया कि कोई पर पुरुष यदि अलग नजर से देखता है और आप स्ट्रिक्ट हो जायें, तो आगे उनकी हिम्मत नहीं होगी. आप सभी नजरों को पहचान लेंगे. अधिकतर लोग सामने वाले से फायदा उठाना चाहते हैं, ऐसे में उन्हें फायदा की बजाय नुकसान होता है. जब वे सामने वाले को फायदा देने की चाह रखेंगे, तो आपको लाभ मिलना शुरू हो जायेगा. कार्यक्रम का संचालन सज्जन किशोरपुरिया ने किया. इस मौके पर चेंबर ऑफ कॉमर्स के वरीय उपाध्यक्ष शरद सलारपुरिया, निलेश कोटरीवाल, नवनीत ढांढानिया समेत व्यापारी वर्ग से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.
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