गिनती के दौरान प्रवासी पक्षियों की संख्या कम दिखी
- भागलपुर समेत पूरे बिहार में एशियन जलीय पक्षी गणना का काम शुरू
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की ओर भागलपुर समेत पूरे बिहार में एशियन वाटर बर्ड सेंसस यानी जलीय पक्षी गणना का काम दो फरवरी से शुरू हो गया है. जिले के 12 साइट पर गणना कार्य 16 फरवरी तक चलेगा. भागलपुर जिले में गंगा व कोसी नदी बेसिन समेत विभिन्न जलाशयों में प्रवासी व देशी पक्षी की गणना हो रही है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पक्षी गणना कार्य के लिए छह कोर्डिनेटर समेत टीम की तैनाती की गयी है. पूरे बिहार में 110 साइट पर पक्षियों की गिनती की जायेगी. भागलपुर में सुलतानगंज से बरारी, बरारी से बटेश्वर स्थान, डिमाहा जलाशय गोपालपुर, नवगछिया के जगतपुर झील, कोसी बेसिन में कटिया धार व गोपालपुर के गंगा प्रसाद झील, कहलगांव के एश डायस, बिहपुर के घटोरा झील व बायपास समेत अन्य साइट पर गणना होगी. बरारी से सुलतानगंज के बीच पक्षी गणना का नेतृत्व कर रहे ज्ञान चंद्र ज्ञानी ने बताया कि इस वर्ष पक्षियों की संख्या कम दिख रही है. मानसून में बाढ़-बारिश की अनियमितता के कारण पक्षियों के भोजन के लिए जलीय पौधे व जीव जंतुओं की कमी से शायद संख्या कम है. पक्षियों का प्रवास वहीं होता है जहां भरपूर मात्रा में भोजन मौजूद रहता है. बताया कि गणना के दौरान रेड क्रेस्टेड पोचार्ड लालसर, रूडी सेलडक सुर्खाव, पिनटेल, गार्गनी, गडवाॅल, गरुड़ समेत अन्य पक्षियों का झुंड दिखा.
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