दुष्कर्मी को सजा दिलाने की प्रक्रिया पकड़ेगी रफ्तार, भागलपुर में होगी डीएनए टेस्ट की व्यवस्था
दुष्कर्म के मामले में आरोपित यह कह कर अदालत में केस की प्रक्रिया को लंबा खींचने में कामयाब नहीं हो सकेंगे कि पीड़िता के कपड़े या शरीर पर लगे सीमेन उनके नहीं है. उसका यह भी कहना सुनवाई की अवधि को आगे बढ़ा नहीं पायेगा कि पीड़िता के पेट में पल रहा या जन्मा बच्चा उसका नहीं है. ऐसे मामले में तत्काल डीएनए की जांच होगी और यह पता चल जायेगा कि संबंधित आरोपित सच बोल रहा है या झूठ. इसके लिए भागलपुर में डीएनए टेस्ट की व्यवस्था करने की प्रशासनिक पहल शुरू की गयी है.
संजीव झा, भागलपुर
दुष्कर्म के मामले में आरोपित यह कह कर अदालत में केस की प्रक्रिया को लंबा खींचने में कामयाब नहीं हो सकेंगे कि पीड़िता के कपड़े या शरीर पर लगे सीमेन उनके नहीं है. उसका यह भी कहना सुनवाई की अवधि को आगे बढ़ा नहीं पायेगा कि पीड़िता के पेट में पल रहा या जन्मा बच्चा उसका नहीं है. ऐसे मामले में तत्काल डीएनए की जांच होगी और यह पता चल जायेगा कि संबंधित आरोपित सच बोल रहा है या झूठ. इसके लिए भागलपुर में डीएनए टेस्ट की व्यवस्था करने की प्रशासनिक पहल शुरू की गयी है. पॉक्सो के विशेष लोक अभियोजक शंकर जयकिशन मंडल द्वारा लगातार की जा रही मांग पर डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने एसएसपी आनंद कुमार को निर्देश दिया है कि विभाग से पत्राचार कर भागलपुर में डीएनए टेस्ट की व्यवस्था करें.
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डीएनए जांच रिपोर्ट नहीं मिलने से लंबित हो रहे मामलेपॉक्सो अदालत के विशेष लोक अभियोजक शंकर जयकिशन मंडल ने बताया कि वे बहुत दिनों से भागलपुर में डीएनए टेस्ट की मांग कर रहे हैं. 16.08.2024 को डीएम की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. इस बैठक में भी डीएम को अवगत कराया था कि डीएनए की जांच भागलपुर में नहीं होने के कारण कुछ वादों में निष्पादन करने में कठिनाई हो रही है. उनसे जुड़ी अदालत में सात-आठ मामले लंबित हैं, जो वर्ष 2019 से 2023 तक दर्ज हुए थे. डीएनए की जांच की व्यवस्था भागलपुर में की जानी चाहिए. वर्तमान में डीएनए की जांच सिर्फ पटना में की जाती है. इस पर डीएम ने विभाग से इस संदर्भ में भागलपुर में जांच की व्यवस्था के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक के स्तर से पत्राचार करने का निर्देश दिया है.
इस तरह के मामले डीएनए जांच के इंतजार में हो रहे लंबित
मामला-01दुष्कर्म के एक मामले में पीड़िता के कपड़े पर सीमेन पाया गया. पुलिस ने कपड़े को जब्त कर फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री भेजा. कपड़े पर पाया गया सीमेन उसी आरोपित का है या किसी और का, इसे साबित करने के लिए डीएनए टेस्ट के लिए भेजा गया है.
मामला-02एक मामले में पीड़िता की पेट में बच्चा पल रहा है. पीड़िता कह रही है कि उसकी पेट में पल रहा बच्चा फलां आरोपित का है, लेकिन आरोपित कह रहा है कि वह बच्चा उसका नहीं है. इसे साबित करने के लिए डीएनए टेस्ट का इंतजार किया जा रहा है.
मामला-03एक मामले में दुष्कर्म के बाद पीड़िता गर्भवती हुई और फिर उसने बच्चे को जन्म दिया. पीड़िता जिस पर उसका बच्चा होने का आरोप लगा रही है, वह इसे मानने से इंकार कर रहा है. डीएनए टेस्ट रिपोर्ट आ जायेगी, तो स्पष्ट हो जायेगा कि उसका बच्चा है या नहीं.
(नोट : सूत्र बताते हैं कि पटना की लेबोरेट्री पर डीएनए जांच का बहुत बोझ है. इस कारण ससमय जांच रिपोर्ट नहीं मिल पाती है. इस कारण भागलपुर में जांच की व्यवस्था हो. इससे केस जल्द निष्पादित हो सकेगा.)डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है