Bihar Dam Collapse: तटबंध ध्वस्त होने की वजह कहीं अपर मुख्य सचिव के निर्देशों को नजरअंदाज करना तो नहीं !

Bihar Dam Collapse: बांध कटने के पांच मिनट में बाढ़ का पानी भागलपुर के वीरनगर में प्रवेश कर गया. वीरनगर के रामानंद मंडल ने बताया कि बांध कटते ही गंगा नदी का पानी घर में प्रवेश कर गया. घर में कमर से अधिक पानी हो गया. लोग सबसे पहले अपने बच्चों को सुरक्षित रिंग बांध पर पहुंचाया. घर का अनाज पूरी तरह बर्बाद हो गया.

By Anshuman Parashar | August 20, 2024 9:19 PM
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Bihar Dam Collapse: बांध कटने के पांच मिनट में बाढ़ का पानी भागलपुर के वीरनगर में प्रवेश कर गया. वीरनगर के रामानंद मंडल ने बताया कि बांध कटते ही गंगा नदी का पानी घर में प्रवेश कर गया. घर में कमर से अधिक पानी हो गया. लोग सबसे पहले अपने बच्चों को सुरक्षित रिंग बांध पर पहुंचाया. घर का अनाज पूरी तरह बर्बाद हो गया.

सुरक्षा को लेकर भी दिशा-निर्देश दिया गया था

इस्माइलपुर-बिंदटोली के आठ किलोमीटर लंबे तटबंध के बीच तकरीबन 100 मीटर तटबंध स्पर संख्या आठ के समीप ध्वस्त हो गया. तटबंध ध्वस्त मंगलवार को हुआ. इस घटना ने एक बार फिर प्रशासनिक अधिकारियों के कामकाज के तरीके को सवालों के घेरे में ला दिया है. 20.03.2024 को आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने संभावित बाढ़ को लेकर तैयारी करने का निर्देश जारी था. इसमें तटबंध की सुरक्षा को लेकर भी दिशा-निर्देश दिया गया था. आशंका यह जतायी जा रही है कि कहीं अपर मुख्य सचिव के निर्देशों को नजरअंदाज तो नहीं कर दिया गया है.

अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया था

अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया था कि जिला अंतर्गत तटबंधों का निरीक्षण कर संवेदनशील स्थलों पर तटबंधों के सुदृढ़ीकरण व मरम्मत की कार्रवाई की जाये. जल संसाधन विभाग यह तय करेंगे कि मरम्मत आवश्यक हो, तो मॉनसून आने के पूर्व तक मरम्मत हो जानी चाहिए. जल संसाधन विभाग चिह्नित बिंदुओं पर खाली बोरे, लोहे के जाल व बालू की व्यवस्था रखेगा. नदियों में उफान आने के दौरान तटबंधों की सुरक्षा के लिए पेट्रोलिंग की जायेगी.

ग्रामीणों द्वारा कुछ स्थलों पर तटबंध काट दिये जाने

जल संसाधन व अन्य विभाग के कनीय अभियंताओं के साथ पेट्रोलिंग की टीम बनायी जा सकती है. पेट्रोलिंग टीम का यह दायित्व रहेगा कि किसी भी बिंदु पर कटाव होने की सूचना प्रखंड, जिला प्रशासन व जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों को तुरंत देगी. ग्रामीणों द्वारा कुछ स्थलों पर तटबंध काट दिये जाने की भी आंशका बनी रहती है.

पेट्रोलिंग पार्टी यह तय करेगी कि इस प्रकार का कोई प्रयास सफल न हो. इसके लिए लगातार निगरानी रखने की आवश्यकता होगी. इन निर्देशों को देखने के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या इस्माइलपुर-बिंदटोली तटबंध की निगरानी पेट्रोलिंग टीम नहीं कर रही थी.

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सवाल यह भी उठ रहा

इस तटबंध पर लोग झोपड़ी बना कर रह रहे हैं. ऐसे में तटबंध की निगरानी किस तरह होती होगी, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है. क्या जल संसाधन विभाग की पेट्रोलिंग टीम ने कभी इस बात की शिकायत नहीं की कि उन्हें यहां पेट्रोलिंग करने में परेशानी होती है.

अगर पेट्रोलिंग टीम ने इस परेशानी को अपने उच्चाधिकारियों को बताया, तो इसका निवारण क्यों नहीं किया गया. बता दें कि मंगलवार को जब तटबंध टूटा, तो भी झोपड़ी खाली करने के लिए कुछ लोग तैयार नहीं हो रहे थे. इसके कारण मरम्मत की सामग्री पहुंचाने में दिक्कत होने लगी.

डीएम ने स्थानीय लोगों से की तटबंध मजबूत करने में सहयोग करने की अपील

गंगा नदी में पिछले दिनों छोड़े गये अत्यधिक पानी के कारण गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने और 19 अगस्त से जलस्तर घटने के कारण इस्माइलपुर प्रखंड के बिंद टोली अवस्थित तटबंध के स्पर नंबर आठ पर मंगलवार को कटाव हो गया. इसके बाद आरक्षी उपमहानिरीक्षक विवेकानंद व जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने एसडीआरएफ टीम के साथ मोटर बोट से कटाव स्थल व बाढ़ प्रभावित ग्राम बुद्धुचक का मोटर बोट से भ्रमण कर निरीक्षण किया. जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे सचेत रहें और तटबंध को मजबूत करने में अपना सहयोग प्रदान करें.

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