= घाट रोड से बाढ़ का पानी उतरा नीचे, गंदगी और कीचड़ जमा
प्रतिनिधि, सुलतानगंज
नमामि गंगे घाट से बाढ़ का पानी नीचे उतरने के बाद गंदगी और दुर्गंध से घाट आने वाले तीर्थयात्री के साथ स्थानीय दुकानदार भी परेशान हैं. दुर्गंध ऐसी कि नाक से सांस लेना मुश्किल हो गया है. घाट जाने वाली मुख्य सड़क की कमोबेश यही स्थिति है. बाढ़ का पानी सड़क से हट गया है. सड़क पर सिर्फ कीचड़ और गंदगी फैला है. जन संसद के संरक्षक अजीत कुमार ने बताया कि भादो में कांवरियों का जत्था रोज आ रहा है. गंगा के जलस्तर बढ़ने के बाद जहाज घाट बाढ़ के पानी से पूरी तरह डूब गया था. बाढ़ का पानी हटने के बाद कुछ जहगों पर जलजमाव बना हुआ है. पूरे घाट पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है. सफाई के लिये कोई व्यवस्था नहीं की गयी. घाट आने वाले तीर्थयात्री कीचड़ और गंदगी में प्रवेश कर जल भरने के लिये घाट पर आ जा रहे हैं. श्रावणी मेला में बनाये गये टेंट सिटी में काफी कचड़ पड़ा हुआ है. टेंट सिटी के आगे जल-जमाव और गंदगी ने तो रात की नींद भी छीन लिया है. महामारी फैलने की आशंका से लोग डरे सहमे हैं. जान जोखिम में डाल कर घाट पर लोग दुकानदारी कर रहे हैं. जन संसद संरक्षक अजीत कुमार ने मामले को लेकर शुक्रवार को नप के कार्यपालक पदाधिकारी से समस्या का अविलंब समाधान करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है