17 साल पुराने भ्रष्टाचार मामले में आरोपित अभियंता का बंध पत्र किया गया खंडित, होगी गिरफ्तारी
17 साल पुराने भ्रष्टाचार मामले में आरोपित अभियंता का बंध पत्र किया गया खंडित, होगी गिरफ्तारी
कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान पिछले कई तिथियों में दर्ज हुई थी गैर हाजिरी, कोर्ट ने लिया संज्ञानवर्ष 2007 में निगरानी विभाग की ओर से विजिलेंस थाना में दायर मामले में कोर्ट ने भ्रष्टाचार के आरोपित अभियंता के विरुद्ध कड़ा कदम उठाया है. जिला व्यवहार न्यायालय की विशेष निगरानी की एडीजे 5 की अदालत में चल रही सुनवाई के दौरान आरोपित की ओर से बरती जा रही लापरवाही पर संज्ञान लिया गया. इसके बाद शुक्रवार को कोर्ट ने मामले में चल रही सुनवाई की कई तिथियों में गैर हाजिर आरोपित अभियंता आनंद कुमार राम के बंध पत्र को खंडित करने का आदेश दिया है. अब मामले में कभी भी आरोपित अभियंता की गिरफ्तारी हाे सकती है. मिली जानकारी के अनुसार आरोपित अभियंता पटना स्थित गांधी मैदान इलाके में रहते हैं. नौकरी के शुरुआती दिनों में ही भ्रष्टाचार के आरोप में फंस गये थे. उक्त मामले में शुक्रवार को एडीजे 5 की अदालत में चल रही सुनवाई के दौरान मामले के गवाह एसआइ पवन कुमार यादव कोर्ट के समक्ष उपस्थित हुए और अपनी गवाही दर्ज करायी. इस दौरान न तो आरोपित अभियंता कोर्ट में प्रस्तुत हुए और न ही उनकी पैरवी में कोई अधिवक्ता पहुंचे. अभियाेजन पक्ष की ओर से मौजूद अधिवक्ताओं ने बताया कि पिछली कई तिथियों से आरोपित और उनके पक्षकार दोनों ही सुनवाई के दौरान गैर हाजिर पाये गये हैं.
मधुसूदनपुर लूटकांड मामले में तीसरे अभियुक्त के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
नाथनगर के मधुसूदनपुर थाना क्षेत्र के टूटा पुल के समीप विगत 11 जनवरी 2020 को रामपुरडीह निवासी प्रेमकांत झा से हुई लूटपाट मामले में पुलिस ने तीसरे अभियुक्त के विरुद्ध भी चार्जशीट दाखिल कर लिया है. बता दें कि विगत 9 मार्च 2024 को कांड के तीसरे फरार अभियुक्त सुमित यादव उर्फ टिकरा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. इससे पूर्व कांड में दो अन्य अप्राथमिक अभियुक्त कैला यादव और आशीष यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. मामले में पुलिस ने अभियुक्तों के पास से लूटी गयी मोबाइल को भी बरामद किया था. पूर्व में गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के विरुद्ध विगत 30 जून 2023 को ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है. कांड के अनुसंधानकर्ता ने आरोप पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि कांड के वादी द्वारा तीन अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध लूटपाट का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था. कांड में तकनीकी अनुसंधान के तहत मोबाइल की बरामदगी की गयी और एक-एक कर तीनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी. गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों ने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार भी की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है