10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

IRCTC: भागलपुर में रेलवे के 35 हजार पुराने चादर व तकिया के कवर हुए बर्बाद, अब कंबल भी नयी होगी खरीद

IRCTC: कोरोनाकाल से ट्रेनों की एसी बोगियों में बेडरोल की सुविधा बंद है. भागलपुर में रेलवे के 35 हजार पुराने चादर व तकिया के कवर बर्बाद हो चुके हैं. रेलवे अब नये चादर व कंबल वगैरह की खरीद करेगा.

IRCTC: कोरोना से ट्रेनों की एसी बोगियों के सफर में यात्रा के दौरान बेडरोल की व्यवस्था पर दो साल से लगे प्रतिबंध को हटा लिया गया है, लेकिन यह व्यवस्था अभी ट्रेनों में बहाल नहीं हो सकी है. ट्रेनों के बंद रहने और दो साल से बेडरोल की व्यवस्था प्रतिबंधित होने से भागलपुर रेलवे का करीब 35 हजार पुरानी चादर व तकिया का कवर बर्बाद हो गया है. रेलवे पुराने हो चुके चादरों और कंबल को बदलकर उनकी जगह नयी की खरीदारी करने की तैयारी कर रहा है.

इस माह के अंत से ट्रेनों में बेडरोल की व्यवस्था शुरू होगी.

बेडरोल की खरीदारी और टेंडर की प्रक्रिया हेड क्वार्टर स्तर से अपनायी जा रही है. रेलवे अधिकारी के अनुसार लिलुआ डिपो इस्टर्न रेलवे के ट्रेनों के लिए नये बोडरोल खरीदता है और उसकी व्यवस्था करता है. इस माह के अंत से ट्रेनों में बेडरोल की व्यवस्था(Bedroll In Train) शुरू होगी. यात्रियों को अपना बेडशीट, कंबल, तकिया वगैरह लेकर सफर करना पड़ रहा था. अब फिर से यह सारी सुविधाएं ट्रेन में ही मिल जायेगी.

पुराने कंबल को छांट कर लाया जायेगा इस्तेमाल में :

पुराने कंबल को छांट कर इसे पुन: इस्तेमाल में लाया जायेगा. रेलवे अधिकारी के अनुसार कंबल चार साल तक चलता है. कोरोना से पहले खरीदा गया कंबल अभी इस्तेमाल करने के लायक है. इससे पहले जो खरीद हुआ है, उसे नये कंबल से बदला जायेगा.

Also Read: हुनरबाज 2022: भागलपुर के आकाश बने विनर, प्रभात खबर को बताया संघर्ष और सफलता तक का अद्भुत सफर
भागलपुर में 3000 बेडरोल पैकेट एक दिन का रिक्वायरमेंट

ट्रेनों की एसी बोगियों के सफर में यात्रा के दौरान 3000 बेडरोल पैकेट एक दिन का रिक्वायरमेंट है. इसमें दो चादर, एक तकिया कवर, एक हैंड टावल, एक तकिया व एक कंबल रहता है. हर चौथे दिन धुलाई के लिए ट्रेन से उतरता है. चार दिनों का रिक्वायरमेंट 12000 बेडरोल पैकेट का रहता है और इसके अलावा 6000 पैकेट विशेष रूप से व्यवस्था कर रखी जाती है.

मशीन को चालू कर किया जा रहा खराब होने से बचाव

पिछले दो साल से बेडरोल की धुलाई करने वाली रेलवे की मैकेनाइज्ड लांड्री बंद पड़ी है. केवल, इसको चालू कर खराब होने से बचाव किया जा रहा है. मशीन में थोड़े-बहुत कपड़ों की धुलाई हो रही है. बेडरोल की व्यवस्था शुरू होने के बाद कंबल, तकिया, चादर और कवर के साथ पर्दे की धुलाई हो सकेगी.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें