भागलपुर में मां को नहीं कराया गया लाडले का अंतिम दर्शन, घर के इकलौते चिराग को पिता ने दी मुखाग्नि
Bihar News: भागलपुर में मामा की शादी में आए किशोर की मौत हुई तो कोहराम मच गया. पिता ने बेटे को मुखाग्नि दी और मां को उसके लाडले का अंतिम दर्शन नहीं कराया गया. जानिए पूरा मामला..
Bihar News: भागलपुर के आदमपुर इलाके में एक घर में शादी समारोह के बीच छत से गिरकर एक किशोर की मौत हो गयी. बुधवार को हुई इस घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है. अपने मामा की शादी में शामिल होने इंदौर से भागलपुर पहुंचे उज्जवल की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है. उज्जवल अपने मां-पिता का इकलौता चिराग था जो अब सदा के लिए बुझ गया. उसका दाह संस्कार भागलपुर के ही बरारी श्मशान घाट पर कर दिया गया. पिता ने उसे मुखाग्नि दी.
शादी घर में हादसे में गयी जान, पिता ने दी बेटे को मुखाग्नि
आदमपुर के रेड क्रॉस रोड में एक घर में शादी समारोह चल रहा था. इस दौरान बुधवार को छत गिर कर उज्जवल (13)की मौत हो गयी. मृतक के शव का गुरुवार को पोस्टमार्टम कराया गया. पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजन उसके शव को लेकर बरारी स्थित शमशान घाट चले गये. मृतक उज्जवल (13) के पिता विजय उपाध्याय ने अपने बेटे को मुखाग्नि दी तो सबकी आखें नम हो गयी. विद्युत शवदाह गृह में उज्जवल का अंतिम संस्कार किया गया. किसी ने यह सोचा भी नहीं होगा कि अपने मामा की शादी में मस्ती करने आया उज्जवल यहां से जिंदा नहीं लौट सकेगा.
मां को नहीं कराया गया उसके लाडले का अंतिम दर्शन
मृतक की मां अमृता उपाध्याय का रो-रोकर बुरा हाल है. वो फर्द बयान दर्ज कराने के लिए जोगसर थाना पहुंचीं. पुलिस ने फर्द बयान दर्ज करने के बाद उसके आधार पर यूडी केस दर्ज कर लिया है. पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतक के मामा मनीष सहित अन्य परिजनों ने बताया कि पोस्टमॉर्टम कराने के बाद वो लोग शव को लेकर सीधा श्मशान घाट गए. बताया कि उज्जवल की मौत की खबर सुनते ही उसकी मां की तबीयत काफी खराब हो गयी है. वो अपने इकलौते बेटे को खोने के गम में बार-बार बेहोश हो जाती है. उनकी हालत को देखते हुए सबने निर्णय लिया कि उज्जवल की मां या घर की किसी अन्य महिला सदस्यों को शव नहीं दिखाया जायेगा. शव की हालत को देख उज्जवल की मां की तबीयत ज्यादा बिगड़ सकती थी.
काफी घंटे बाद मां को बताया गया था- नहीं रहा उसका लाडला
गौरतलब है कि उज्जवल की मौत की जानकारी भी उसकी मां को तुरंत नहीं दी गयी थी. जब उज्जवल छत से गिरा तो उसे लेकर आनन-फानन में सभी मायागंज अस्पताल पहुंचे थे जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था. लेकिन परिजनों ने उज्जवल की मां को इसकी जानकारी काफी घंटे तक नहीं दी. कई घंटे बाद उन्हें बताया गया कि उज्जवल अब इस दुनिया में नहीं रहा. यह सुनने के बाद रो-रोकर उनका बुरा हाल है.