Bhagalpur: गंगा नदी बेसिन के छूटे इलाकों का एरियल सर्वे फिर से शुरू, भागलपुर रीजन का काम पूरा
Bhagalpur: गंगा नदी बेसिन के एरियल सर्वे का काम दोबारा शुरू किया गया. सर्वे आफ इंडिया देहरादून के सर्वे अधिकारी ने बताया कि कोलकाता रीजन के सर्वे का काम एक दो दिन में पूरा कर लिया जायेगा.
Bhagalpur: गंगा नदी बेसिन के एरियल सर्वे का काम दोबारा शुरू किया गया. सर्वे आफ इंडिया देहरादून के सर्वे अधिकारी रघुराम ने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत कोलकाता रीजन के गंगा नदी बेसिन के सर्वे का काम शेष रह गया था. इसे एक दो दिन में पूरा कर लिया जायेगा. शुक्रवार को हैदराबाद से चार्टर प्लेन भागलपुर पहुंचा है.
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भागलपुर रीजन का काम पूरा
प्लेन के माध्यम से कोलकाता रीजन के गंगा नदी समेत इसके दोनों ओर 10 किलोमीटर की दूरी तक हाई डिफिनिशन फोटोग्राफ खींचे जायेंगे. फिर इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी जायेगी. अधिकारी ने बताया कि भागलपुर रीजन का काम पूरा हो गया है.
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पटना रीजन के गंगा बेसिन में बीते 18 अप्रैल से 13 मई तक हुआ सर्वे
भागलपुर में सर्वे टीम ने चार्टर प्लेन की सहायता से बीते 28 फरवरी से छह मार्च तक गंगा नदी बेसिन का सर्वे किया गया था. लेकिन, काम को अधूरा छोड़ कर पटना रीजन में सर्वे शुरू किया गया. पटना रीजन के गंगा बेसिन में बीते 18 अप्रैल से 13 मई तक सर्वे हुआ.
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क्यों हो रहा है गंगा नदी का एरियल सर्वे
गंगा नदी के समेत इसके दोनों ओर 10 किलोमीटर के दायरे में एरियल सर्वे का मुख्य मकसद इसके भौगोलिक सिस्टम का डाटा संग्रह करना है. इस डाटा का उपयोग बाढ़ राहत कार्य के लिए तटबंध बनाने व बाढ़ से जुड़े अन्य परिस्थितियों को समझना है. इसके अलावा गंगा नदी में गिर रहे बड़े नालों का नक्शा तैयार करना है. नदी में गाद जमाव की वर्तमान स्थिति व इसके निबटारे की योजना तैयार करने में एरियल सर्वे के फोटोग्राफ काफी मददगार साबित होंगे. वहीं, नदी में जल परिवहन, पोर्ट, वाटर टूरिज्म समेत जलीय जीवों के संरक्षण के लिये एरियल सर्वे किया जा रहा है.