सृजन घोटाला मामले में शुरू हुई संपत्ति जब्ती की कार्रवाई, एक घर जब्त
सृजन घोटाला मामले में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश के आदेश और जिलाधिकारी के निर्देश पर गुरुवार को तीन अभियुक्तों की भागलपुर में स्थित संपत्ति जब्ती करने की कार्रवाई शुरू की गयी. भागलपुर में यह कार्रवाई पहली बार हुई है, जब इस घोटाला मामले में कोई संपत्ति जब्त की जा रही हो. सीबीआइ अधिकारी, दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी की मौजूदगी में तिलकामांझी के प्राणवती लेन से कार्रवाई शुरू हुई. पहले दिन एक तीनमंजिला घर को सील कर अधिग्रहित किया गया. इस दौरान स्थानीय तीन लोगों को गवाह के तौर पर रखा गया. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी गयी.
सृजन घोटाला मामले में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश के आदेश और जिलाधिकारी के निर्देश पर गुरुवार को तीन अभियुक्तों की भागलपुर में स्थित संपत्ति जब्ती करने की कार्रवाई शुरू की गयी. भागलपुर में यह कार्रवाई पहली बार हुई है, जब इस घोटाला मामले में कोई संपत्ति जब्त की जा रही हो. सीबीआइ अधिकारी, दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी की मौजूदगी में तिलकामांझी के प्राणवती लेन से कार्रवाई शुरू हुई. पहले दिन एक तीनमंजिला घर को सील कर अधिग्रहित किया गया. इस दौरान स्थानीय तीन लोगों को गवाह के तौर पर रखा गया. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करायी गयी.
तीन घंटे तक चली कार्रवाई
सभी अधिकारी व कर्मी 12.30 बजे नियमानुसार घर का ताला तोड़ कर अंदर घुसे. इसके बाद घर को सील करने और अधिग्रहित किये जाने के साथ-साथ कागजी प्रक्रिया पूरी करने में साढ़े तीन बज गये. तीन घंटे की यह कार्रवाई पूरी होने के बाद घर में ताला लगा कर सील कर दिया गया और घर की बाहरी दीवार पर अधिग्रहित होने का बैनर टांग दिया गया.
दो थाने की पुलिस के चक्कर में हो गयी देर
प्राणवती लेन में स्थित घर इशाकचक थाने के अंदर आयेगा या फिर तिलकामांझी थाने के अंदर, इस उधेड़बुन में एक घंटे का समय बेकार चला गया. इशाकचक पुलिस यह कहती रही कि अमित कुमार के घर में चोरी का मामला तिलकामांझी में दर्ज होता रहा है. इस कारण अगर वे जब्ती की कार्रवाई में शामिल होंगे, तो भविष्य में तकनीकी समस्या हो सकती है. वहीं तिलकामांझी पुलिस का कहना था कि यह घर इशाकचक थाना क्षेत्र के दायरे में है, लिहाजा जब्ती की कार्रवाई में उनका रहना नियमानुसार ठीक नहीं है. बाद में वरीय अधिकारी के निर्देश पर दोनों थाने की पुलिस पहुंची. सीबीआइ के तीन अधिकारी स्थल पर पहले पहुंच गये थे. इसके बाद अंचल पदाधिकारी संजीव कुमार दंडाधिकारी के तौर पर पहुंचे. फिर पुलिस पहुंची और फिर कार्रवाई शुरू हुई.
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15 जगहों पर जब्त होगी संपत्ति
सृजन घोटाला मामले में 15 जगहों पर घर, फ्लैट, दुकान जब्त किया जाना है, जिसमें एक घर जब्त कर लिया गया है. इसे दो करोड़ 62 लाख 33 हजार में खरीदा गया था. सभी संपत्ति जगदीशपुर, नाथनगर व सबौर अंचल के विभिन्न मौजे में स्थित है. संपत्ति जब्त करने के लिए डीएम के निर्देश पर सदर एसडीओ ने जगदीशपुर, नाथनगर व सबौर के अंचल पदाधिकारियों को बतौर दंडाधिकारी नियुक्त किया है. संपत्ति अधिग्रहित करने के बाद संबंधित थाना के थानाध्यक्ष को रिसीव कराया जायेगा. यह कार्रवाई सीबीआइ द्वितीय पटना के विशेष न्यायाधीश के आदेश पर की जा रही है, जिसमें अमित कुमार व रजनी प्रिया अभियुक्त हैं. दंडाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि संपत्ति जब्त करने के साथ-साथ इंवेंट्री तैयार करेंगे. इसमें बिपिन कुमार के नाम से भी संपत्ति है.
Posted By: Thakur Shaktilochan