भागलपुर विस्फोट: जब्त पासबुक खोलेगा अवैध पटाखा कारोबार का राज, मोबाइल भी बरामद, स्पेशल टीम करेगी जांच
भागलपुर के काजीवलीचक में बीते गुरुवार देर रात हुए विस्फोट की जांच जिला पुलिस की एसआईटी और एटीएस की टीम कर रही है. घटना के आरोपितों के बैंक खातों की भी अब जांच की जा रही है.
अंकित आनंद,भागलपुर: काजीवली चक विस्फोट की घटना ने जिसने आधा दर्जन परिवारों को बेघर कर दिया और 15 जान लील ली. उक्त मामले में पुलिसिया अनुसंधान कई पहलुओं पर चल रही है. जिसमें एक जांच बैंक खातों की जांच भी शामिल है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले की जांच में अब पुलिस घटना में आरोपियों के बैंक खातों की जांच कर रही है. इसके लिये अलग से टीम का गठन किया गया है. उक्त टीम में खासतौर पर उन पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को रखा गया है जो कि पूर्व में इओयू में काम कर चुके हैं.
मामले में सभी आरोपितों के आधार कार्ड के आधार और पैन कार्ड के आधार पर उनके बैंक खातों की जानकारी निकाली गयी है. जिसे खंगाला जायेगा. वहीं घटनास्थल से भी पुलिस ने कुछ बैंक के पासबुक और कुछ बैंक संबंधित चिरकुट और दस्तावेज बरामद किये हैं. इसके अलावा पुलिस को घटनास्थल से कुछ मोबाइल फोन भी मिले हैं, जिसके सीडीआर की जांच की जा रही है.
एसएसपी बाबू राम ने बताया कि रविवार होने की वजह से इस बिंदु पर अभी जांच नहीं हो सकी थी. सोमवार को बैंक प्रबंधन से मिल कर इस संबंध में आरोपियों के बैंक खाते की जानकारी निकलवायी जायेगी.
अवैध पटाखे और बारूद के कारोबार में मोहम्मद आजाद व लीलावती की भूमिका
विस्फोट घटनास्थल के आसपास के लोगों और मृतक लीलावती और महेंद्र मंडल के करीबी से मिली जानकारी के अनुसार मो आजाद के लीलावती से जुड़ने के बाद अचानक लीलावती के रहन सहन और उसके कारोबार में तेजी आ गयी थी. लोगों का मानना है कि मो आजाद के घर में बतौर रेंटर रह रही लीलावती देवी के अवैध पटाखा और बारूद के कारोबार में मो आजाद की भी हिस्सेदारी थी.
अवैध कारोबार में मो आजाद करता था लीलावती को फंडिंग!
लोगों का कहना है कि मोहम्मद आजाद लीलावती के अवैध बारूद के कारोबार में फंडिंग करता था. जिसके बाद से लीलावती भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मंगाने लगी और पटाखा सहित कई अन्य विस्फोटक सामग्री का अवैध कारोबार करने लगी.
Published By: Thakur Shaktilochan