भागलपुर के काजीवली चक विस्फोट मामले में शनिवार देर रात भागलपुर पुलिस के विशेष छापेमारी अभियान में घटनास्थल से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर प्रेशर कुकर बम मिला है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रेशर कुकर बम में मौजूद विस्फोटक पदार्थ सिल्वर रंग की थी, जो कि जानलेवा मानी जा रही है. यह भी कयास लगाये जा रहे हैं कि बरामद किया गया प्रेशर कुकर बम को पूरी तरह से बनकर तैयार नहीं था, उक्त बम को बनाने वाले अपराधी उसे बनाने की प्रक्रिया में ही थे कि पुलिस ने छापेमारी कर उसे बरामद कर लिया.
प्रेशर कुकर बम मिलने के बाद अब मामले ने नया मोड़ लिया है. लगभग यह बात तय मानी जा रही है कि बरामद किया गया प्रेशर कुकर बम बरामदगी अब काजीवली चक में मौजूद आतंकी और नक्सली कनेक्शन भी है. बता दें कि विगत कुछ वर्षों में हुए नक्सली हमलों में सड़क या रेलवे ट्रैक उड़ाने के लिये नक्सलियों द्वारा अधिकांश इसी तरह के प्रेशर कुकर बम का इस्तेमाल किया गया है. हालांकि पुलिस अधिकारी अभी मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं. मामले में एसएसपी ने भी आतंकी या नक्सली कनेक्शन होने की बात पर हर बिंदु पर जांच कराये जाने की बात कही है.
प्रेशर कुकर और उसमें रखे विस्फोटक को बरामद करने के बाद एटीएस और बीडीडीएस ने भी इस बिंदु पर जांच शुरू कर दी है. जानकारों की मानें तो अगर इस बात का खुलासा होता है कि प्रेशर कुकर में मौजूद विस्फोटक पदार्थ घातक और जानलेवा है तो मामले की जांच कर रही भागलपुर पुलिस की परेशानी और जिम्मेदारी दोनों ही बढ़ जायेगी. इधर मामले में पुलिस उस व्यक्ति की तलाश में छापेमारी कर रही है जिसके घर से विस्फोटक सामग्री सहित प्रेशर कुकर बम मिला है.
Also Read: भागलपुर विस्फोट: आतंकी और नक्सली कनेक्शन की जांच जारी, आजाद अब भी पुलिस की पकड़ से दूर
काजीवली चक विस्फोट की घटना के बाद भागलपुर पुलिस द्वारा शहर से अवैध पटाखा कारोबार को पूरी तरह से खत्म करने के लिए शनिवार रात से ही अभियान शुरू कर दिया गया था. शनिवार रात आधा दर्जन लोगों के घरों में छापेमारी की गयी. दो लोगों के घरों से विस्फोटक की बरामदगी की गयी. जिसमें एक प्रेशर कुकर में मौजूद विस्फोटक भी शामिल है. उक्त मामले में पुलिस ने अपने बयान पर घर के मालिक गुड्डू मंडल और धनंजय मंडल के विरुद्ध विस्फोटक अधिनियम की धारा में केस दर्ज किया है.
भागलपुर. ग्लोकल हॉस्पिटल के समीप फेंके गये मलबे से शनिवार रात एक शव का हिस्सा बरामद किया गया था. हालांकि उक्त शव के हिस्से को घटना में मरने वाले महेंद्र मंडल का बताया जा रहा है, जिसकी पुष्टि वैज्ञानिक अनुसंधान के बाद ही हो पायेगी. शव मिलने के बाद से ही भागलपुर पुलिस सहित एटीएस, एफएसएल और बम स्क्वैड की टीम रविवार सुबह से ही शहर के अलग अलग हिस्सों में फेंके गये मलबों की जांच में जुट गयी.