भागलपुर ब्लास्ट मामले में एक महिला का नाम सबसे अधिक सुर्खियों में है. लीलावती… डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस में भी इस महिला का जिक्र किया. दरअसल, लीलावती की मौत भी इस धमाके में हो गयी और साथ ही उसके परिवार के कई सदस्य भी भागलपुर के तातारपुर क्षेत्र के काजीवलीचक में हुए धमाके में मारे गये हैं. लीलावती उस मकान में बारूद का ढेर जमा कर वहां पटाखा बनाने का अवैध कारोबार चलाती थी. जानिये बारूद के ढेर पर साम्राज्य चलाने वाली लीलावती के बारे में…
काजीवलीचक के जिस घर में विस्फोट हुआ, उसका मालिक मोहम्मद आजाद है. आजाद के घर में ही किराये पर लीलावती देवी का परिवार रहता था और यहीं पर बिना लाइसेंस के अवैध रूप से पटाखे का निर्माण हो रहा था. ये बात डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस में कही. काजीवलीचक में हुए जोरदार विस्फोट ने चार घरों को ध्वस्त कर 14 लोगों की जान ले ली. इस मामले में पुलिस ने पटाखा के अवैध निर्माण और इसके भंडारण को लेकर हुई घटना होने की बात कही है.
धमाके के बाद अब मोहल्ले के कई लोगों ने खुलकर बताया कि बारूद का ये अवैध खेल कई सालों से चल रहा था. बड़े ही गुप्त तरीके से इस धंधे को लीलावती देवी और महेंद्र मंडल का बेटा नवीन मंडल चलाते थे. लीलावती ने अपने पति को छोड़ दिया था. दो बेटियां और नाती लीलावती के परिवार में थे.
लीलावती देवी और महेंद्र मंडल के करीबी सूत्र ने बताया कि अवैध कारोबार में लीलावती देवी और नवीन मंडल का परिवार लगातार सक्रिय था. वहीं इससे पूर्व गणेश सिंह भी इसी घटना में संलिप्त था. पर विगत वर्ष 2008 में हुए विस्फोट में गणेश का एक हाथ उड़ गया था. इसके बाद उसने इस कारोबार से तौबा कर लिया और ठेकेदारी के काम में घुस गया था.
सूत्र ने बताया कि मो आजाद के घर खरीदने के बाद अचानक लीलावती देवी और नवीन मंडल काफी ज्यादा पैसा कमाने लगे थे. वहीं दोनों अब बारूद का उपयोग केवल पटाखा बनाने के लिए नहीं बल्कि घातक बम बनाने के लिए भी करते थे. वहीं जो लोग अवैध तरीके से घातक बम बनाते थे या इस्तेमाल करते थे, उन्हें खुला बारूद भी यहां बेचा जाता था. लीलावती इससे धन उगाकर मालामाल हो चुकी थी.
बम धमाके में लीलावती अपने परिवारजनों के साथ शिकार बनी. महेंद्र मंडल की भी मौत हो गयी. नवीन जख्मी है जबकि उस मकान का मालिक मोहम्मद आजाद फरार है. पुलिस ने लीलावती और महेंद्र मंडल व उनके परिवार समेत मोहम्मद आजाद के ऊपर केस दर्ज किया है. मोहम्मद आजाद अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है और फरार चल रहा है. इस बारूद के खेल में कितने खिलाड़ी शामिल थे, ये जांच का विषय है.
Published By: Thakur Shaktilochan