भागलपुर धमाका: विस्फोट ने पड़ोस के कई परिवारों को किया बेघर, जर्जर मकान को गिराने का भारी विरोध
भागलपुर धमाके में जिस मकान के अंदर बारूद का खेल चलता था उसके अलावे आस-पास के भी कई मकान जमींदोज हुए. वहीं पड़ोस के चार जर्जर मकानों को गिराने पहुंची नगर निगम की टीम व प्रशासन का विरोध किया गया.
भागलपुर के तातारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत काजीवलीचक में गुरुवार देर रात मोहम्मद आजाद के घर में भीषण धमाका हुआ. धमाके की धमक से आस-पास के चार मकान भी पूरी तरह ध्वस्त हो गये. वहीं तीन घर आधा जर्जर हुआ जिसे पूरी तरह से जमींदोज करने का फैसला प्रशासन ने लिया है ताकि कोई अनहोनी ना हो. रविवार को नगर निगम की टीम पुलिस के साथ इस कार्रवाई के लिए जुटी तो पीड़ित परिवारों ने जमकर विरोध किया.
काजीवलीचक के जिस बिल्डिंग में विस्फोट हुआ उसके आस-पास के चार घर ध्वस्त हो गये. कई लोगों की जानें भी चली गयी. मरने वालों की संख्या शनिवार तक 16 पहुंच चुकी थी. वहीं रविवार को तीन जर्जर घरों को पूरी तरह ढाहने के लिए नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची तो पीडित परिवारों ने इसका विरोध किया. घर की महिलाओं ने आरोप लगाया कि इस धमाके से उनका परिवार पूरी तरह सड़क पर आ चुका है. मकान गिराने से पहले प्रशासन लिखित आश्वासन दे कि उन्हें नया घर बनाकर दिया जाएगा.
जिस भगवान साह के घर को गिराने प्रशासन की टीम पहुंची उस घर के दो लोगों की मौत धमाके के कारण हो गयी है. राजू साह और राहुल इसी घर में रहते थे और विस्फोट का शिकार बने. दोनों की मौत हो गयी. आलम ये है कि विस्फोट के कारण जो घर बर्बाद हो चुके हैं वो रातों रात रोड पर आ चुके हैं. चार घरों के ध्वस्त होने के बाद इस घर में रहने वाले 16 लोग बेघर हो गये हैं. अभी इन्हें पड़ोसी ही खाना-पीना मुहैया करा रहे हैं.
गौरतलब है कि तातारपुर के काजीवलीचक में गुरुवार देर रात को अचानक एक धमाका हुआ. यह धमाका मोहम्मद आजाद के घर में हुआ जहां लीलावती नामक एक महिला अवैध तरीके से बारुद का धंधा करती थी. विस्फोट इतना भीषण था कि आस-पास के कई मकान भी जमीनदोज हो गये. कुल 16 लोगों के शव अभी तक बरामद हो चुके हैं. मलवे के अंदर से शव बरामद हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार से बात की और अब इसकी जांच एटीएस भी कर रही है.
Published By: Thakur Shaktilochan