भागलपुर बम धमाके में जिले के एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए तातारपुर थानाध्यक्ष सुधांशु कुमार को निलंबित कर दिया है. सूबे के डीजीपी एके सिंघल ने प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी. बताया कि अवैध तरीके से इस थाना क्षेत्र के मकान में पटाखा बनाने का काम किया जा रहा था और शुरुआती जांच में इसी के कारण हादसे की जानकारी सामने आ रही है. जिसे बड़ी लापरवाही मानते हुए थाना प्रभारी को सस्पेंड किया गया.
बिहार के डीजीपी ने शुक्रवार को भागलपुर बम धमाके पर प्रेस कांफ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने घटना को लेकर विस्तार से जानकारी दी. बताया कि जिस घर में विस्फोट हुआ वो पहले लीलावती देवी का था जिसे बाद में मोहम्मद आजाद ने खरीद लिया. आजाद ने इस घर को लीलावती को ही किराये पर दिया. बताया कि इस घटना में लीलावती व उनके परिवार के 5 सदस्यों की मौत हुई.
भागलपुर बम धमाके में मरने वालों की संख्या अब 14 हो चुकी है. जबकि 10 से अधिक लोग जख्मी हैं. जमींदोज हुए मकानों के मलवे को हटाने का काम शुक्रवार को भी जारी रहा. वहीं एसएफएल की टीम जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस की बड़ी टीम मौके पर जांच के लिए पहुंची है. इधर इस मामले को लेकर भागलपुर डीएम ने कहा कि अवैध तरीके से पटाखा बनाने का काम यहां चल रहा था. इस दौरान धमाके हुए लेकिन हर एंगल से इसकी जांच होगी.
बता दें कि ततारपुर थाना से सटे काजीवलीचक के एक मकान में गुरुवार देर रात जोरदार धमाका हुआ. जिससे आसपास के भी कई मकान जमीन में मिल गये. मलवे के अंदर दबे लोगों को लगातार बाहर निकालने का काम चलता रहा. शुक्रवार तक मरने वालों की संख्या 14 पहुंच गयी. इस मामले की गूंज दिल्ली तक गयी और पीएम मोदी ने सीएम नीतीश कुमार से भी फोन पर बात की.