ललित किशोर मिश्र, भागलपुर: शहर के भीड़-भाड़ वाला इलाका डिक्शन मोड़ से प्राइवेट बस स्टैंड को शहर से बाहर रिक्शाडीह में शिफ्ट करने के डीएम के निर्देश के बाद बस संचालकों में आक्रोश है. बुधवार को डीएम के आदेश के विरोध में प्राइवेट बस संचालकों ने वाहनों का परिचालन ठप कर दिया. इससे भागलपुर शहर में 50,000 से अधिक यात्री सड़कों पर भटकते दिख रहे हैं.
डिक्शन मोड़ स्थित बस स्टैंड से लेकर रेलवे स्टेशन तक हर जगह यात्रियों की भारी भीड़ दिख रही है. वाहनों की हड़ताल से जगदीशपुर, बांका, बौंसी, अमरपुर, देवघर, दुमका, रांची, जमशेदपुर, धनबाद व कोलकाता जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. धूप में सैकड़ों यात्री डिक्शन मोड़ बस स्टैंड के आसपास वाहन के इंतजार में भटकते देखे गये. यात्रियों के साथ चल रहे कई बच्चे, वृद्ध व महिलाओं को बस नहीं मिलने के बाद वापस लौटते देखा गया.
बताते चलें कि डीएम ने निजी बसों व अन्य वाहनों का ठहराव डिक्शन मोड़ की बजाय रिक्शाडीह में तय कर दिया है. वहीं बुधवार से आदेश का पालन नहीं करने पर जुर्माना की बात कही है. लेकिन रिक्शाडीह में यात्री सुविधा व वाहनों के ठहराव की बेहतर व्यवस्था नहीं रहने से चालकों ने विरोध कर दिया.
भागलपुर बांका जिला बस मालिक संघ के अध्यक्ष एनके सिंह उर्फ लालबाबू ने बताया कि जबतक रिक्शाडीह में यात्रियों व बस स्टाफ के लिए सुविधाएं बहाल नहीं होंगी. बस को डिक्सन मोड़ से ही संचालित किया जायेगा. यहां से 100 से अधिक बसों का संचालन रोजाना होता है. वहीं 20 हजार से अधिक यात्रीगण आते जाते हैं.
इधर, बांका जिला से भागलपुर ड्यूटी पर आने वाले सैकड़ों शिक्षक, हेल्थकर्मी, अस्पताल के मरीज समेत अन्य लोग भी हड़ताल से प्रभावित हुए हैं. बता दें कि डीएम ने यह फैसला शहर में वाहनों की दिनभर लगने वाली जाम से निपटने के लिए लिया है.
वहीं दिन में करीब साढ़े 12 बजे भागलपुर के जीरो माइल थाना स्थित अस्थाई बस स्टैंड से भवानीपुर, कुर्सेला, सहरसा व कटिहार आदि रूटों के लिए बस का परिचालन अन्य दिनाें की तरह हो रहा था. बता दें कि इसी बस स्टैंड से नवगछिया की ओर बसें जाती हैं.