बिहार के इस जेल में कैदियों ने कमा लिए सवा करोड़ से अधिक रुपए, महिला बंदी भी हैं गदगद…

Bihar News: बिहार के भागलपुर सेंट्रल जेल के कैदियों ने एक करोड़ रुपए से अधिक की कमाई की है. महिला बंदियों ने भी खूब पैसे कमाए. इन कैदियों ने जेल में मेहनत की, जिसके बदले इन्हें रुपए दिए गए हैं.

By ThakurShaktilochan Sandilya | February 12, 2025 3:31 PM

Bihar Jail News: भागलपुर के सेंट्रल जेल के कैदियों और उनके परिवार के बीच 1.31 करोड़ रुपए बांटे गए. यहां के बंदियों ने 30 हजार रुपए से भी अधिक कमाए हैं. इन कैदियों के ये पैसे उनके मेहनताना के तौर पर मिला है. किसी ने जेल के अंदर बागवानी की तो किसी ने खाना बनाया. इनमें महिला कैदी भी शामिल हैं. सभी कैदियों और उनके परिवार के बैंक खाते में ये पैसे भेजे गए हैं.

कैदियों को एक करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान हुआ

शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा (भागलपुर सेंट्रल जेल) में जिन सजावार बंदियों ने जेल में कई तरह के कार्यों में अपनी भागीदारी निभायी थी उनके और उनके परिवार के बीच एक करोड़ 31 लाख 30 हजार 920 रुपये का भुगतान किया गया है. सेंट्रल जेल अधीक्षक युसुफ रिजवान ने बताया कि भुगतान के बाद उनके बीच खुशी का माहौल है.

ALSO READ: Video: भागलपुर में ‘देव सर’ के लिए अनशन पर स्टूडेंट, छात्रा बोली- ‘गलती हमारी तो सजा शिक्षक को क्यों, मरेंगे पर हटेंगे नहीं’

किसी ने 30 हजार तो किसी ने 22 हजार कमाया

जेल अधीक्षक ने बताया कि जिन बंदियों के बीच सबसे अधिक राशि का भुगतान किया गया, उनमें शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा में बंद सजावार बंदी मो. अजीज के खाते में 30 हजार 370 रुपये और उनके परिवार के खाते में 14 हजार 690 रुपये का भुगतान किया गया. वहीं सजावार बंदी कार्तिक मंडल, मो. सुल्तान, पुलिक यादव और जनक मलिक के खाते में 22 हजार 316 रुपये प्रत्येक के खाते में भुगतान किया गया. वहीं उनके परिवार के लोगों के खाते में 10 हजार 878 रुपये प्रत्येक परिवार को भुगतान किया गया.

महिला बंदियों ने भी कमाए हजारों रुपए

इधर, महिला मंडल कारा में बंद सजावार बंदी खुशबू देवी, तब्सुम आरा, सहनी खातुन के बैंक खाते में 18 हजार 396 रुपये प्रत्येक के खाते में भुगतान किया गया. वहीं उनके परिवार के लोगों के खाते में 8 हजार 918 रुपये प्रत्येक परिवार को भुगतान किया गया.

बागवानी समेत ये काम किए…

जेल अधीक्षक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में कारा में सजावार बंदियों द्वारा जेल के भीतर बागवानी, खाना बनाना, निर्माणशाला में सामग्री निर्माण का कार्य सहित कई अन्य तरह के कार्यों के लिए उक्त राशियों का भुगतान किया गया है.

Next Article

Exit mobile version