भागलपुर: नवगछिया के रंगरा में अपहृत महिला की हत्या के बाद उपद्रव, पथराव, वाहनों को फूंका

भागलपुर जिले में रविवार की सुबह कैलाश मिश्र के बासा पर महिला का शव बरामद होने से गांव के ग्रामीण आक्रोशित हो गये. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस जीप सहित जिम्मी ठाकुर के कार, तीन मोटरसाइकिलों में आग लगा दी. पुलिस पर भी पत्थरबाजी की गयी. इसी बीच एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें पुलिस वर्दी पहने व्यक्ति गोली चला रहा है.

By Ashish Jha | February 23, 2024 3:25 PM
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नवगछिया (भागलपुर). नवगछिया पुलिस जिला के रंगरा गांव से अपहृत महिला की हत्या के बाद पूरा इलाका रणक्षेत्र में बदल गया. हत्या की बात फैलने के बाद उग्र हुए लोगों ने हंगामा-उपद्रव किया. पत्थरबाजी भी हुई. ग्रामीण इतने आक्रोशित थे कि देखते ही देखते पुलिस जीप सहित पांच वाहनों में आग लगा दी. मिली जानकारी के अनुसार रंगरा निवासी मनोज मंडल की पत्नी शोभा देवी शुक्रवार को दिन के 10 दक्षिण ब्राह्मण टोला में दूध देने गयी थी. रविवार की सुबह कैलाश मिश्र के बासा पर महिला का शव बरामद होने से गांव के ग्रामीण आक्रोशित हो गये. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस जीप सहित जिम्मी ठाकुर के कार, तीन मोटरसाइकिलों में आग लगा दी. पुलिस पर भी पत्थरबाजी की गयी. इसी बीच एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें पुलिस वर्दी पहने व्यक्ति गोली चला रहा है. (इस वायरल वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.) हालांकि पुलिस के वरीय अधिकारियों ने पुलिस की ओर से गोली चलाने की बात से इनकार किया है. पूरे मामले की जांच पुलिस के वरीय अधिकारी कर रहे हैं. इस पूरे मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.

महिला के शरीर पर मिले जख्म के कई निशान

प्राथमिकी के अनुसार मृत महिला के शरीर के कई हिस्सों में जख्म के निशान हैं. चेहरे पर चोट के काले निशान, अंगुली में खरोंच के चिन्ह भी हैं. नाक व कान से खून बहने की बात भी परिजनों ने पुलिस को बतायी है. कमर के नीचे भी जख्म के निशान परिजनों को दिखे हैं. आशंका जतायी जा रही है कि पहले महिला के साथ दुराचार हुआ और फिर उसकी हत्या कर दी गयी है. परिजनों का कहना है कि महिला पूरी ताकत लगा कर आरोपितों से लड़ी, जिसके कारण जगह-जगह काले निशान शरीर पर पड़ गये. हालांकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ भी स्पष्ट कहा जा सकता है.

मौके पर कैंप कर रही पुलिस टीम

सूचना पाकर नवगछिया एसपी पूरण कुमार झा, अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश, नवगछिया थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह, रंगरा ओपी प्रभारी सुजीत वारसी, भवानीपुर ओपी प्रभारी महेश कुमार, खरीक थानाध्यक्ष नरेश कुमार, बिहपुर थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर, इस्माइलपुर थानाध्यक्ष अमोद कुमार, मिथिलेश कुमार, रंगरा ओपी के तत्कालीन ओपी प्रभारी बिट्टु कुमार कमल मौके पर पहुंचे थे. लोगों का आरोप है कि उपद्रव को शांत करने के लिए पुलिस ने हवा दो दर्जन से अधिक गोली फायर की. हालांकि वरीय अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं.

पुलिस ने नहीं उठाया कदम

मृतक महिला के पति मनोज मंडल का कहना है कि मेरी पत्नी दूध देने कारू ठाकुर के घर गयी थी. वहां से वह घर वापस नहीं लौटी. इस संबंध में पुलिस को घटना की जानकारी दी गयी, लेकिन पुलिस ने जांच-पड़ताल ठीक से नहीं की. हमलोगों को पूरा अंदेशा था कि कारू ठाकुर के घर ही मेरी पत्नी है, लेकिन पुलिस ने कोई भी कदम नहीं उठाया. सुबह भी हम लोग हत्या की सूचना दी, तो पुलिस काफी देर से पहुंची. इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गये और पुलिस को शव उठाने नहीं दिया. अनुमंडल पदाधिकारी व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया. शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल नवगछिया पहुंचाया.

भागलपुर: नवगछिया के रंगरा में अपहृत महिला की हत्या के बाद उपद्रव, पथराव, वाहनों को फूंका 2

‘प्राइमा फेसी एसएचओ की लापरवाही नजर आ रही है. जिस दिन घटना रिपोर्ट हुई थी उसने कार्रवाई नहीं किया. उक्त सूचना का सत्यापन नहीं किया गया. डेड बॉडी मिलने के बाद जब पुलिस पहुंची तो विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हुई. नवगछिया एसपी पूरे मामले को संजीदगी से देख रहे हैं. जिस व्यक्ति पर आरोप लगाया जा रहा है उसके विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया गया है. कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है. विधि व्यवस्था के दौरान किस तहर से निबटा गया और क्या कुछ बातें सामने आयी है इसकी समीक्षा की जा रही है. फायरिंग की घटना कारित होने को लेकर एसपी से रिपोर्ट मांगा गया है. वह अपने स्तर से मामले की जांच कर रहे हैं.’ 

– विवेकानंद, डीआइजी, पूर्वी प्रक्षेत्र, भागलपुर.

शोभा देवी कारू ठाकुर के घर दूध देकर वापस नहीं लौटी

शोभा देवी कारू ठाकुर के घर दूध देने गयी थी. किंतु उसके घर से वापस नहीं लौटी. कारू ठाकुर से पूछा तो उसने बताया कि शोभा देवी हमारे घर नहीं आयी है, लेकिन कारू ठाकुर के घर से ग्रामीणों ने फ्रिज में रखा हुआ दूध, दूध मापने वाला डिब्बा, जिस कमंडल में दूध लेकर गई वह कमंडल व शोभा देवी का चप्पल बरामद किया गया है. पुलिस से यह भी कहा गया कि शोभा देवी कारू ठाकुर के घर में ही हैं आप लोग खोजिए. कारू ठाकुर घर में किसी को प्रवेश नहीं करने दे रहा था. पुलिस उसके घर की तलाशी लेती तो शोभा देवी की मौत नहीं होती. परिवार के लोगों ने यह भी शुक्रवार की दिन लापता होने के बाद हम लोगों को लगा कि शोभा देवी खेत में खाद देने गयी है. शाम होने के बाद भी शोभा देवी घर नहीं लौटी तो हम लोगों को अंदेशा होने लगा कि उसके साथ अनहोनी हो गई. हम लोग कारू ठाकुर के घर खोजने के लिए गए तो उसने घर जाने नहीं दिया. कहा कि आप लोग हमारे घर में नहीं आ सकते हैं. पुलिस भी आरोपित के हां में हां मिला रहा था.

मुख्य बातें

  • महिला पुलिस पदाधिकारी ने घटना स्थल पर शव का पंचनामा बनाया. शोभा देवी के चेहरे पर चोट के निशान हैं. शोभा देवी के शरीर से पहना हुआ कपड़ा बदल दिया गया. पुलिस ने उस कपड़े को जांच के लिए जब्त किया. पुलिस महिला के साथ दुष्कर्म की आशंका को लेकर भी जांच कर रही है.
  • शोभा देवी की हत्या कहीं और करके शव कैलाश मिश्र के बासा पर बोरा में बंद करके लाया था. घटना स्थल पर से पुलिस ने बोरा भी जब्त किया है. मृतक महिला के शरीर पर भी बोरा का निशान था. पुलिस सजग रहती तो शोभा देवी की जान बच सकती थी
  • पुलिस को शोभा देवी की लापता होने की सूचना दी गई थी. किंतु पुलिस इस मामले में पूरी लापरवाही बरत रही थी. पुलिस सजग होती तो शोभा देवी की जान बच सकती थी. पुलिस का कहना था कि शोभा देवी कहीं चली गई होगी. दो चार दिन में स्वयं वापस आ जायेगी. वह राम मंदिर तो देखने नहीं चली गई. सूचना मिलने के बाद भी पुलिस ने शोभा देवी की खोजबीन ठीक से नहीं किया.
  • 16 हम लोग उसके घर खोजने गए तो गाली गलौज करने लगा. कारू ठाकुर का कहना था शोभा देवी हमारे घर दूध लेकर आई ही नहीं है. इस संबंध में रंगरा ओपी में आवेदन 10 बजे दिन दिया. किंतु पुलिस रात के नो बजे जांच करने हमारे घर पर आई. पुलिस से कहा कि उसके घर में जाकर जांच किजिए तो पुलिस उसके घर जांच करने के लिए नहीं गई.
  • शुक्रवार की देर रात कारू ठाकुर के घर हम लोगों घेरे हुए थे. इसलिए वह शव को नहीं फेक पाया. शनिवार की देर रात बोरे में बंद कर शव को कैलाश ठाकुर के बासा पर फेंक दिया. रविवार की सुबह लोगों की नजर शव पड़ पड़ी. कैलाश ठाकुर मनोज ठाकुर के घर जाकर इसकी जानकारी दिया.

पुलिस बनी रही मूक दर्शक, दो दिन बंधक बनाये रखा

घटनास्थल से रंगरा ओपी से 800 मीटर दूर है. अपराधियों ने दो दिन तक महिला को बंधक बना उसकी हत्या कर दी. पुलिस मूकदर्शक बनी रही. महिला के परिजन घटना की जानकारी रंगरा ओपी पुलिस को शनिवार की सुबह 10 बजे ही लिखित दी. पुलिस महिला को बरामद करने के बजाय पीड़ित के दरवाजे पर रात नौ बजे पहुंच घटना की जानकारी ली. घर पर पहुंची पुलिस से कहा गया कि कारे ठाकुर के घर शोभा देवी दूध गयी थी, जो अभी तक नहीं लौटी हैं. वह कारे ठाकुर के घर में ही होगी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. अपराधियों ने हत्या कर शव फेंक दिया. कारे ठाकुर व पंसस जिम्मी ठाकुर मनोज मंडल के घर जाकर धमकाया कि शोभा देवी उसके घर दूध देने नहीं आयी. आप लोग हमारे घर की जांच नहीं कर सकते हैं. सुबह पांच बजे महिला का शव कैलु मिश्र ने अपने बासा पर देखा. सूचना परिजनों के घर जाकर दी. शव मिलने की सूचना गांव में आग की तरह फैल गयी. शव मिलते ही मृतक के परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गये. हजारों ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंचे. ग्रामीणों में पुलिस के प्रति काफी आक्रोश था. 800 मीटर दूर पुलिस को पहुंचने में दो घंटे का समय लग गया. इस दौरान ग्रामीण गांव के कारे ठाकुर को पकड़ मारपीट कर रहे थे. पुलिस कारे ठाकुर को ग्रामीणों के कब्जे से मुक्त करवा कर अपने साथ जिप्सी में बैठा कर रंगरा ओपी लेकर जा रही थी. ग्रामीणों को लगा कि पुलिस कारे ठाकुर को बचा रही है. पंसस जिम्मी ठाकुर के घर की छत पर से कुछ लोग वीडियो बना रहे थे. इससे ग्रामीण और आक्रोशित हो गये. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की जिप्सी, जिम्मी ठाकुर की कार व बाइक में आग लगा दी. पुलिस पर पत्थर बाजी करने लगे. स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गयी. फोटो व वीडियो बना रहे पत्रकार से भी मारपीट कर मोबाइल छीन लिया.

आरोप: पुलिस के निष्क्रिय रहने के कारण घटना हुई

पुलिस के निष्क्रिय रहने के कारण यह घटना हुई है. यह बातें अधिवक्ता गौतम सिंह ने कहा. उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व महिला का अपहरण कर उसकी हत्या कर दिया. नवगछिया एसपी को फोन लगाते हैं तो वह उठाते ही नहीं है. इस घटना में पुलिस की कार्यशैली काफी खराब है. हमारे गांव कभी इस तरह की घटना नहीं हुई. समय रहते पुलिस दोषियों पर कार्यवाही की होती तो आज यह घटना ही नहीं होती. पुलिस भाग रही थी. पीछे से गांव के ग्रामीण पत्थर चला रहे थे. ग्रामीणों को लगा पुलिस हमारे घर में छिपा हुआ हैं. ग्रामीणों ने हमारे घर पर भी पथराव किया. जिससे हमारा चार पहिया गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है. सुशासन की सरकार में इस तरह की घटना हो रही है. नवगछिया एसपी व एसडीपीओ को बदल देना चाहिए. वहीं गांव के ही अनिकेत कुमार कहते हैं कि मेरे घर पर भी आक्रोशित ग्रामीणों ने पथराव हुआ है. पुलिस सतर्क रहती तो इस तरह की घटना नहीं होती. मेरा मोटरसाइकिल क्षतिग्रस्त हो गया हैं.

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महिला दूध बेच कर अपने परिवार का करती थी भरण पोषण

अंजनी कश्यप, नवगछिया (भागलपुर). महिला दूध बेच कर अपने परिवार का भरण पोषण करती थी. पशु चारा लाना, पशु को खिलाना. दूध घर-घर ले जाकर बेचना, सारा काम महिला ही करती थी. उसके पास दो भैंस है. भैंस से चार किलो दूध हाेता है. सबसे पहले महिला दूध देने सुबोध मिश्र के घर पर गयी थी. इसके बाद वह कारे ठाकुर के घर दूध देने गयी थी. कारे ठाकुर के घर प्रतिदिन वह एक किलो दूध देती थी. घर चलाने में पति के साथ वह बराबर हाथ बंटाती थी. पति टोटो चलाता था, तो वह दूध घर-घर जाकर बेचती थी. पति मनोज मंडल टोटो चलाता था. इसी टोटो को लेकर जिम्मी ठाकुर से एक वर्ष पूर्व विवाद हुआ था. जिम्मी ठाकुर बाजार से टोटो से सामान मंगाया था. घर में सामान पहुंचाने के बाद जिम्मी ठाकुर टोटो लेकर कहीं चला गया था. वह टोटो को पूरे दिन अपने पास रखा था. इसी को लेकर मनोज मंडल व जिम्मी ठाकुर में विवाद हुआ था. गांव के लोगों के समझाने के बाद मामला दब गया था. पत्नी की मौत की सूचना मिलते ही पति की हालत खराब हो गयी. वह ठीक चल भी नहीं पा रहा है. घर के सभी लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है. बेटी मुंगिया देवी, रीना देवी, बेटा भोला, छोटू अंकित का रो-रो कर बुरा हाल था.

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