भागलपुर. जिले में तीसरी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों की अर्धवार्षिक परीक्षा के कॉपी की जांच केंद्रीकृत तरीके से होगी. जिले भर के 265 कंप्लेक्स रिसोर्स सेंटर में से 240 में उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन होगा. यह कार्य 27 सितंबर से शुरू होगा. एससीईआरटी के निर्देश पर सभी डीपीओ एसएसए ने स्कूल को जानकारी दी है. जिले में कक्षा तीन से लेकर आठ तक के साढ़े तीन लाख बच्चों की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन होगा. पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों का मूल्यांकन विद्यालय स्तर पर ही होगा. सीआरसी में बने मूल्यांकन केंद्र पर परीक्षकों को उत्तर पुस्तिका जांच करने के दौरान मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं है. सुबह 10:00 से शाम 4:00 तक मूल्यांकन होगा. जिला शिक्षा विभाग के अनुसार उत्तर पुस्तिका की जांच दूसरे स्कूल के शिक्षकों को करना है. प्रखंड स्तर से शिक्षकों की तैनाती सीआरसी स्तर पर की गयी. ————————- आरक्षण रोस्टर क्लियरेंस का निर्देश भागलपुर. शिक्षा विभाग पटना मुख्यालय ने सभी जिलों के प्राथमिक विद्यालयों के प्रधान शिक्षक पद का आरक्षण रोस्टर क्लियरेंस का निर्देश दिया है. इस बाबत प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने सभी डीईओ को पत्र जारी किया है. जिलों से आये संशोधित आरक्षण रोस्टर की समीक्षा की गयी. रोस्टर तैयार करने के दौरान प्राथमिक विद्यालयों की वास्तविक संख्या का ध्यान नहीं रखा गया. जबकि प्रधान शिक्षक का पद सिर्फ प्राथमिक विद्यालयों के लिए ही है. इधर, जिला शिक्षा विभाग ने जिले के 853 प्राथमिक विद्यालयों के प्रधान शिक्षक पद का आरक्षण रोस्टर तैयार कर भेजने की तैयारी में है. —————————- कॉलेज में जिस विषय के छात्र नहीं, वहां उसके टीचर नहीं दिये जायेंगे भागलपुर. टीएमबीयू के कॉलेजों के जिस विषय में छात्र नहीं होंगे, वहां उस विषय के शिक्षकों की पोस्टिंग नहीं होगी. ऐसे विषयों में शिक्षकों की पोस्टिंग के बाद उन्हें विवि के रजिस्ट्रार के वेतन से भुगतान किया जायेगा. शिक्षा विभाग ने यह निर्देश बीते 12 जुलाई को विवि सेवा आयोग से चयनित बांग्ला विषय के शिक्षकों को लेकर दिया था. जबकि टीएमबीयू प्रशासन ने इस निर्देश की अनदेखी की. वहीं एसएम काॅलेज में शिक्षक की पाेस्टिंग कर दी. एसएम काॅलेज में बांग्ला विषय में एक भी छात्रा नहीं है. यह शिक्षक उर्दू विभाग में बैठती हैं या उनसे परीक्षा ड्यूटी करती है. पहले काॅलेज में इस विषय में पद था. इस कारण आयोग को रिक्ति भेजी 2020 में भेजी. अब चार के साल बाद विभाग में एक भी छात्रा नहीं है. काॅलेज के प्राचार्य डाॅ मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि यहां बांग्ला विभाग में छात्राएं नहीं है. इस विषय में एक शिक्षक की पोस्टिंग हुई है.
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