मारवाड़ी कॉलेज में बुधवार को प्राचार्य की अध्यक्षता में स्टाफ काउंसिल की बैठक हुई. इसमें आगामी नैक मूल्यांकन की तैयारियों को लेकर कई निर्णय लिये गये. इनमें राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, रसायन विज्ञान, अंग्रेजी, इतिहास व हिंदी विषयों में स्नातकोत्तर की पढ़ाई के लिए स्वीकृति दी गयी. वहीं, होम सांइस, म्यूजिक, एंथ्रोपोलॉजी व ज्योग्राफी विषय में स्नातक की पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया गया. दोनों कोर्स का प्रस्ताव टीएमबीयू प्रशासन को भेजने का निर्णय लिया गया. कहा गया कि स्नातक व स्नातकोत्तर विभाग में पढ़ाई के लिए मारवाड़ी कॉलेज में आधारभूत संरचना पर्याप्त है. नयी शिक्षा नीति के तहत कॉलेज में आठ सेमेस्टर तक की पढ़ाई स्नातक स्तर पर होनी है. वहीं, नवम व दशम सेमेस्टर की पढ़ाई स्नातकोत्तर विभाग में होगी. महाविद्यालय के अकादमिक काउंसिल की बैठक में यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नवम व दशम सेमेस्टर की पढ़ाई के लिए छात्रों को पीजी विभाग नहीं जाना होगा. यहां पीजी सीटों की संख्या सीमित है. स्टूडेंट्स उच्च शिक्षा व शोध कार्य से वंचित रह जाते हैं. निर्णय लिया गया कि जूलॉजी, फिजिक्स, आइआरपीएम, अंग्रेजी व हिंदी विषयों की पढ़ाई के लिए कम से कम दो-दो शिक्षकों की जरूरत है. इसके लिए कुलपति से अनुरोध किया जायेगा.
स्नातक में 65 प्रतिशत छात्राओं का नामांकन
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