Bhagalpur: वर्षों से बंद पड़े दो एंबुलेंस में लगी आग, सदर अस्पताल में अफरातफरी
भागलपुर के सदर अस्पताल में वर्षों से बंद पड़ी दो एम्बुलेंस में आग लग गई. आशंका जताई जा रही है कि सिगरेट की चिंगारी से सूखे घाँस में आग लग गई और देखते देखते वहाँ खड़ी एम्बुलेंस को अपनी जद में ले लिया.
Bhagalpur: सदर अस्पताल परिसर में वर्षों से खराब पड़े दो एंबुलेंस में सोमवार को सुबह 11.30 बजे आग लग गयी. जल रहे वाहनों से काफी तेज लपट उठ रहा था. इससे पूरा सदर अस्पताल परिसर व घंटाघर चौक काले धुएं के गुबार से ढंक गया था. चारों तरफ फैले धुएं से आमलोगों के बीच अफरातफरी का माहौल हो गया.
आग पर काबू पाने में लगे डेढ़ घंटे
आग लगने की सूचना अग्निशमन विभाग को दी गयी. 12 बजे से दमकल की दो गाड़ियों से आग को बुझाने का काम शुरू हुआ. डेढ़ घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. इस दौरान एक दमकल वाहन कचहरी चौक के पास जाम में फंस गया था. तबतक एक वाहन से पाइप को निकालकर आग बुझाने का काम चलता रहा. आधे घंटे बाद दूसरा वाहन भी घटना स्थल के करीब पहुंच गया. दोनों वाहनों को शहीद भगत सिंह चौक के पास सड़क पर खड़ा किया गया था.
अगलगी को देखने उमड़ी भारी भीड़, जाम जैसी स्थिति
अस्पताल परिसर से उठ रही आग की तेज लपट को देखने के लिए सड़क पर भारी भीड़ लग गयी. सड़क पर भी जाम जैसी स्थिति हो गयी. आग को बुझाने में ट्रैफिक डीएसपी आशीष सिंह, अग्निशमन विभाग के कर्मी रोहिणी माया, अस्मिता व सुबोध कुमार समेत अन्य कर्मियों को मुख्य भूमिका रही. रेस्क्यू के दौरान सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ राजू व अस्पताल प्रबंधक आशुतोष कुमार मौजूद रहे.
सिगरेट की चिंगारी से सूखे पत्तों में फैली आग
घटना स्थल के पास परित्यक्त तीन एंबुलेंस वर्षों से खड़े थे. एक एंबुलेंस पूरी तरह जलकर स्वाहा हो गया. दूसरे एंबुलेंस का अगला हिस्सा जला. वहीं अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने तीसरे एंबुलेंस को जलने से बचा लिया. बता दें कि दो एंबुलेंस की सीट पर माचिस की तीलियां, सिगरेट के डब्बे समेत अन्य मादक पदार्थ के रैपर फेकें हुए थे.
खराब पड़े वाहनों में माचिस की तीलियों की भरमार, लगता है नशेड़ियों का अड्डा
आशंका व्यक्त की गयी कि अस्पताल के बिल्कुल कोने में रखे इन एंबुलेंस में नशेड़ियों का जमावड़ा लगता था. सिगरेट की चिंगारी से आग लगी. वहीं एंबुलेंस के चारों ओर पेड़ की सूखी पत्तियां बिखरी हुई थी. इससे आग को फैलने में मदद मिली. इधर, स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि खराब पड़े एंबुलेंस को नीलाम करना जरूरी है. मामले पर सदर अस्पताल प्रभारी ने बताया कि सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से यह प्रक्रिया पूरी होगी. यह अस्पताल की संपत्ति नहीं है.
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