Bihar Flood: भागलपुर में बाढ़ से तबाही की तस्वीरें, सड़क पर बह रही गंगा, शहर में चल रही नाव…

Bihar Flood: भागलपुर में गंगा का रौद्र रूप देखने को मिला है. यहां हाइवे और शहर की सड़कों पर नाव चल रही है. लोग अपने घर को छोड़कर दूसरी जगह जा रहे हैं. देखिए तस्वीरें..

By ThakurShaktilochan Sandilya | September 22, 2024 2:06 PM

Bihar Flood: भागलपुर में गंगा का रौद्र रूप दिखा है. बाढ़ का पानी तेजी से कई इलाकों में फैल गया. सड़क पर नाव चलती दिख रही है. भागलपुर-कहलगांव एनएच 80 जलमग्न हो गया है. सबौर के घोषपुर के पास डायवर्सन पर पानी का तेज दबाव बढ़ा है. इसके साथ ही एनएच-80 पर फरका पुस्तकालय गेट से घोषपुर के बीच गंगा की धार इस तेजी से बह रही है कि आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया. गंगा का पानी भागलपुर शहर में भी प्रवेश कर चुका है. बाढ़ ग्रसित इलाकों से लोग पलायन कर रहे हैं और सुरक्षित स्थान पर पहुंच रहे हैं. जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.

एनएच 80 पर बह रही तेज धार, ट्रेन की रफ्तार पर भी लगा ब्रेक

भागलपुर में गंगा का पानी एनएच-80 पर तेजी से बह रहा है. शनिवार से स्थिति और अधिक बिगड़ी. सबौर अंतर्गत फरका के पास नेशनल हाइवे पर पानी इस प्रेशर से बहने लगा कि गाड़ियों व लोगों का आना-जाना इस मार्ग होकर रोका गया. ग्रामीणों को आवागमन के लिए रेल और नाव का ही सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं भागलपुर-जमालपुर रेलखंड पर मुंगेर जिले में पानी का दबाव बढ़ने के बाद रेल सेवा भी बाधित है. जबकि लैलख से सबौर के बीच बाढ़ का पानी रेलखंड के करीब पहुंचने के कारण ट्रेनों की गति पर ब्रेक लगा है.

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जलमग्न हुए कई इलाके, मोहल्ले में चल रही नाव

भागलपुर के सबौर अंतर्गत ममलखा पंचायत के पुरानी मसाढु, हरिदासपुर गंगा रामपुर, चायचक, रामनगर आदि गांव जलमग्न है. खानकित्ता पंचायत के अंतर्गत सुल्तानपुर भिट्टी गांव में गंगा का पानी मुहाने तक पहुंच गया है. वहीं नाथनगर में पानी का दबाव तेजी से बढ़ रहा है. चंपानगर के मदनीनगर इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया.

कई गांव हो गए जलमग्न

शहर स्थित तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. सबौर स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज का कैंपस भी जलमग्न है. गंगा का पानी भागलपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. कई प्रखंडों के गांव व टोले जलमग्न हो गए हैं.भागलपुर शहर के भी कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

नवगछिया में भी बाढ़ का खतरा बढ़ा

नवगछिया में भी बाढ़ का संकट गहराया है. रंगरा चौक, गोपालपुर, नवगछिया, इस्माइलपुर के कई इलाके में गंगा का पानी ओवरफ्लो है. जाह्नवी चौक-लत्तीपुर सड़क पर महादेवपुर गंगा घाट के पास बने स्लुईस गेट का फाटक शनिवार को ध्वस्त हो गया. पानी का दबाव इस कदर तेज हुआ का गेट का फाटक टूटकर ध्वस्त हो गया. कई इलाकों में बाढ़ का पानी फैल चुका है.

सुल्तानगंज-अकबरनगर में भी बाढ़ का संकट

सुल्तानगंज में भी बाढ़ का संकट गहराया है. बाढ़ का पानी नगर परिषद क्षेत्र में प्रवेश कर गया है. कल्याणपुर नवटोलिया गांव में सैकड़ों लोग दो दिन से पानी में फंसे हैं. अकबरनगर के कई वार्ड बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. यहां एनएच 80 मुख्य सड़क और रेलवे लाइन के किनारे लोग शरण लेने को मजबूर हैं. सड़क पर चार फीट से अधिक पानी चढ़ा है जिससे वाहनों के आवाजाही पर रोक लगा दी गयी है. जिले के सैकड़ों स्कूल जलमग्न हो गए हैं.

समाजसेवी संस्थाएं व आम लोग भी कर रहे बाढ़ पीड़ितों की मदद

भागलपुर में बाढ़ ने विकराल रूप लिया तो बड़ी आबादी पर संकट गहरा गया. इधर, बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आम लोग व समाजसेवी संस्थाओं ने भी पहल की. नाथनगर निवासी टिंकू यादव कोरोनाकाल के बाद अब बाढ़ के इस संकट में भी अपनी संस्था के सदस्यों के साथ सक्रिय दिखे हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव की मदद से लोगों को भोजन पहुंचाया जा गया. उनके इस पहल को लायन्य क्लब के सदस्यों व कई और लोगों का साथ मिल रहा है. लोग भोजन मुहैया कराने के लिए अपना योगदान दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की काफी सराहना हो रही है. बताया गया कि बाढ़ ग्रसित इलाके में फंसी गर्भवती महिलाओं के लिए भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे.

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