सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में अबतक 1927 मरीज का हुआ इलाज
सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में अबतक 1927 मरीज का हुआ इलाज
भागलपुर के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के शुरू होने से भागलपुर एवं आसपास के क्षेत्र के लोगों को कई बीमारियों के इलाज में राहत मिल रही है. जिन बीमारियों के इलाज के लिए मरीजों को पटना, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे शहरों में जाना पड़ता था. उन बीमारियों का इलाज अब भागलपुर में ही किया जा रहा है. इससे बड़े शहरों में लंबे समय तक इलाज करवाने हेतु रहने एवं बार-बार आने जाने के खर्चे से उन्हें बड़ी राहत मिल रही है. जिला जनसंपर्क कार्यालय के अनुसार तीन सितंबर से 18 अक्तूबर तक सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरो सर्जरी एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग द्वारा कुल 1927 मरीजों का इलाज किया गया. 200 करोड़ रुपए की लागत से 200 बेड वाले इस अस्पताल का उद्घाटन छह सितंबर को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने किया था. गंभीर रूप से घायलों के इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर शुरू नहीं: जेएलएनएमसीएच से संबद्ध सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में तीन सितंबर को कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी व प्लास्टिक सर्जरी के मरीजों के इलाज के लिए ओपीडी शुरू हुई है. हालांकि मरीजों के लिए दवा वितरण, पैथोलॉजी समेत अन्य जांच शुरू नहीं हुई है. अस्पताल में 92 तरह के उपकरण लगने हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की हाइट्स एजेंसी की तरफ से करीब 30 मशीनों का इंस्टाल किया गया है. हृदय रोगियों के लिए कैथलैब, डायलिसिस सेंटर, इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर, सीटी स्कैन व एमआरआइ जांच जैसी अत्यंत महत्वपूर्ण सुविधाएं शुरू नहीं हुई है. इस कारण मरीजों का पूरा इलाज नहीं हो पा रहा है. वहीं एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल मरीजों के लिए अबतक ट्रॉमा सेंटर शुरू नहीं हुआ.
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