मायागंज अस्पताल: अब एमआरआइ मशीन बंद, आधा दर्जन से अधिक मरीजों की जांच अटकी
मायागंज अस्पताल: अब एमआरआइ मशीन बंद, आधा दर्जन से अधिक मरीजों की जांच अटकी
– मायागंज अस्पताल में मशीन का हीलियम गैस हुआ खत्म, एक सप्ताह तक बाधित रह सकती है जांच
वरीय संवाददाता, भागलपुर
मायागंज अस्पताल में संचालित एमआरआइ जांच गुरुवार को बंद रहा. आधा दर्जन से अधिक गंभीर मरीजों को वापस लौटना पड़ा. इमरजेंसी में जांच के लिए मरीजों को लेकर उनके परिजन निजी जांच केंद्रों पर चले गये. जांच के लिए परिजनों को दोगुना फीस का भुगतान करना पड़ा. मायागंज अस्पताल के एमआरआइ सेंटर पर जांच की राशि बाजार के निजी सेंटरों से आधे से भी कम है. इससे पहले जून माह में सिटी स्कैन मशीन लगभग पूरा माह खराब रही थी. जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था.
रेडियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ सचिन ने बताया कि मशीन में लगने वाला हीलियम गैस का स्टॉक खत्म हो गया है. मशीन का संचालन निजी एजेंसी कर रही है. एजेंसी ने बैकअप में हीलियम गैस को मंगाकर नहीं रखा था. एजेंसी को कहा गया है कि गैस सिलेंडर लगाकर जांच कार्य जल्द शुरू किया जाये. एचओडी ने बताया कि अस्पताल में रोजाना छह से 10 एमआरआइ जांच होती है.
हीलियम की आपूर्ति के लिए 15 लाख का भुगतान : इधर, एमआरआइ जांच मशीन को संचालित करने वाली निजी एजेंसी के कर्मियों ने बताया कि हीलियम गैस के लिए आपूर्तिकर्ता कंपनी को 15 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है. गैस सिलेंडर की आपूर्ति व एमआरआइ जांच शुरू होने में एक सप्ताह का समय लग सकता है. ज्ञात हो कि जून में सीटी स्कैन मशीन में भी खराबी आने से करीब एक माह तक जांच ठप रहा था. जिससे मरीजों को भारी परेशानी से जूझना पड़ा था. तब मरीजों को सीटी स्कैन जांच के लिए विकल्प के रूप में सदर अस्पताल का जांच केंद्र था. लेकिन एमआरआइ जांच के लिए निजी केंद्रों के अलावा कोई विकल्प नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है