– इशाकचक में मिले डेंगू मरीज को इलाज के बाद मंगलवार को भेजा गया घर वरीय संवाददाता, भागलपुर माॅनसून की बारिश व शहर में जगह-जगह जलजमाव के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है. मच्छरों के काटने से लोग डेंगू से पीड़ित होने लगे हैं. बीते सोमवार को इशाकचक मोहल्ले में सीजन का पहला डेंगू मरीज मिला था. इशाकचक निवासी व पटना के एनएमसीएच में इंटर्नशिप कर रही 24 वर्षीय छात्रा को सोमवार को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मंगलवार को इलाज के बाद डेंगू मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया. डेंगू मरीज मिलने का सिलसिला शुरू होते ही शहर के मायागंज अस्पताल व सदर अस्पताल को अलर्ट मोड पर रखा गया है. मायागंज में 100 बेड का फैब्रिकेटेड फील्ड अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 40 बेड रिजर्व पर रखा गया है. सदर अस्पताल में डेंगू वार्ड बना कर यहां पर 10 बेड लगाया गया है. सदर अस्पताल प्रभारी डॉ राजू ने बताया कि डेंगू जांच के लिए हमारे पास 600 किट उपलब्ध है. वहीं पर्याप्त मात्रा में दवा व ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स का स्टॉक है. इधर, मायागंज अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ राजकमल चौधरी ने संबंधित मेडिसिन विभाग को जरूरी निर्देश दिया है. 40 बेड को रिजर्व कर दिया गया है. वहां मच्छरदानी समेत अन्य जरूरी व्यवस्थाएं की गयी हैं. अस्पताल में डेंगू से जुड़ी दवाइयों का पर्याप्त स्टॉक है. उन्होंने बताया कि मंगलवार को जो रोगी भर्ती हुई थी, उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है. बीते वर्ष भी माॅनसून शुरू होते ही शहर में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ने लगी थी. सितंबर व अक्तूबर तक डेंगू बीमारी की स्थिति महामारी जैसी हो गयी थी. मायागंज समेत प्राइवेट अस्पतालों में डेंगू मरीजों का इलाज हुआ था. सिर्फ मायागंज अस्पताल में ही 1350 से अधिक डेंगू मरीजों को भर्ती किया गया था.
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