मायागंज अस्पताल में लगायें साइनबोर्ड- मरीज से पैसे मांगने पर होगी कड़ी कार्रवाई : आरएडी

मायागंज अस्पताल में लगायें साइनबोर्ड- मरीज से पैसे मांगने पर होगी कड़ी कार्रवाई : आरएडी

By Prabhat Khabar News Desk | July 27, 2024 9:22 PM

– प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश पर पैसे वसूली की जांच के लिए पहुंचे क्षेत्रीय अवर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं

वरीय संवाददाता, भागलपुर

प्रमंडलीय आयुक्त दिनेश कुमार के निर्देश पर शनिवार को भागलपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय अवर निदेशक (आरएडी) स्वास्थ्य सेवाएं डॉ रामप्रीत सिंह ने मायागंज अस्पताल पहुंचकर मरीज से पैसे वसूली की जांच की. आरएडी ने अल्ट्रासाउंड की पूरी जांच रिपोर्ट नहीं देने की भी पड़ताल की. आरएडी सबसे पहले अस्पताल के स्त्री रोग एवं प्रसव विभाग के हेपेटाइटिस वार्ड में पहुंचे. वहीं ट्रॉलीमैन द्वारा 100 रुपये वसूली कर बेड उपलब्ध कराने के मामले में मरीज निशा देवी व उसके भाई से पूरी जानकारी ली. दोनों ने बताया कि उन्होंने खुश होकर ट्रॉलीमैन को 100 रुपये दिये थे. पैसे देने की पुष्टि होने के बाद ट्रॉलीमैन एजेंसी के संचालक नीरज कुमार से पूछताछ की. संचालक ने बताया कि आरोपित ट्रॉलीमैन को काम से हटा दिया गया है. आरएडी ने मौके पर मौजूद हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता व स्त्री रोग एवं प्रसव विभाग की हेल्थ मैनेजर आभा कुमारी को निर्देश दिया कि पैसे की वसूली रोकने के लिए अस्पताल में जगह-जगह बोर्ड लगवायें. बोर्ड पर लिखा रहेगा कि ट्रॉली, बेड, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, सीटी स्कैन या फिर खून जांच, खून लेने, ड्रेसिंग, टांका कटने से लेकर यूरिन कैथेटर लगवाने के नाम पर किसी कर्मचारी को पैसे न दें. ऐसा करने व लेने वाले दोनों के खिलाफ कार्रवाई होगी. मरीज इसकी सूचना अस्पताल अधीक्षक या हॉस्पिटल मैनेजर को दीजिये.

जांच रिपोर्ट कमिश्नर को सौंप दिया

आरएडी ने अल्ट्रासाउंड जांच में पूरी रिपोर्ट नहीं लिखने को लेकर रेडियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ सचिन से भी पूछताछ की. अध्यक्ष ने बताया कि विभाग में 32 की तुलना में महज दो ही रेडियोलॉजिस्ट हैं. अस्पताल में रोजाना 150 एक्स-रे, 100 अल्ट्रासाउंड व 40 से 45 लोगों की सीटी स्कैन जांच हो रही है. दो रेडियोलॉजिस्ट पर ही पुलिस केस व कोर्ट से जुड़ा मेडिकल लीगल रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी है. जांच रिपोर्ट में जो कमी है, उसे दूर किया जायेगी. दोनों मामले की पूछताछ के बाद आरएडी ने रिपोर्ट को कमिश्नर को सौंप दिया.

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