Medical Waste Scandal: मेडिकल कचरे का काला कारोबार,निपटारा करने की बजाय बिक्री की तैयारी

Medical Waste Scandal: भागलपुर जिले में मेडिकल कचरे को प्रोसेसिंग करने की बजाय बेचने की फिराक में थे ,कुछ मशीनों के खराब होने के कारण बाहर रखे कचरे से लोगों को हुई परेशानी.

By Prabhat Khabar News Desk | August 5, 2024 8:22 PM

Medical Waste Scandal: जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों से निकलने वाले मेडिकल कचरे के निपटारा करने की बजाय इसे बेचने की तैयारी चल रही थी. मामला मायागंज स्थित सिनर्जी वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का है. प्लांट में भागलपुर समेत आसपास के कई जिलों के अस्पतालों से मेडिकल कचरे को लाया जाता है. शनिवार को मेडिकल कचरे में से प्लास्टिक के सामान को छांटकर इसे ट्रक पर लादा गया था. ट्रक को वन विभाग के पास लगाया गया था.

Medical Waste Scandal: प्लास्टिक वेस्ट को काटने की कटर मशीन खराब

प्लास्टिक की बोरियों से बांधे गये मेडिकल कचरों में से स्लाइन की बोतलें व दूसरे सामान दिखाई पड़ रहे थे. यह प्रक्रिया तब अपनायी जा रही थी कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम प्लांट में निरीक्षण के लिए पहुंची थी. जब प्रभात खबर टीम ने मामले की पूछताछ की तो प्लांट के पदाधिकारी तपन कुमार ने बताया कि कचरा को छांटकर बाहर रखा गया है. प्लांट में काफी कचरा जमा हो गया है. प्लास्टिक वेस्ट को काटने की कटर मशीन कई दिनों से खराब है. मशीन को जल्द ही ठीक कर दिया जायेगा. यह कहने के बाद ट्रक को प्लांट के अंदर पहुंचा दिया गया. बाद में यह भी कहा गया कि वेस्ट को प्रोसेसिंग करने के लिए गया प्लांट भेजने की तैयारी थी.

Medical Waste Scandal: धुंए व बदबू से परेशान रहते हैं स्थानीय लोग

मेडिकल वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट से निकले कचरे को जलाकर प्रासेसिंग करने की बजाय इसे खुले में निकालकर रखने से संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है. प्लांट को आबादी के बीच में बनाया गया है, इससे स्थानीय लोग आये दिन धुंए व बदबू से परेशान रहते हैं. वहीं मेडिकल वेस्ट को जलाने के बाद इसे प्लांट के अंदर फेका जा रहा है. इससे निकालने वाला गंदा पानी गंगानदी में गिराया जा रहा है. वहीं जहां पर वेस्ट को जलाकर फेंका गया था. वहां पर अधजली सीरिंज, स्लाइन व अस्पताल में प्रयोग होने वाले दूसरे सामान बिखरे पड़े थे. प्रोसेस्ड कचरे को प्लांट के बाहर भी फेंका गया था.

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