वरीय संवाददाता, भागलपुर
मायागंज अस्पताल के शिशु विभाग के निओनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट यानी नीकू में भर्ती नवजात बच्चे की मौत के बाद दु:खी परिजनों ने हंगामा कर दिया. बुधवार को दोपहर बाद तीन बजे हंगामा कर रहे परिजनों ने बच्चे की मौत की वजह डॉक्टरों की लापरवाही बतायी. 16 दिन के नवजात के पिता जय हिंद नाथनगर के दिग्धी गांव के निवासी हैं. उन्होंने बताया कि पत्नी शांति कुमारी ने 22 जुलाई की रात को नाथनगर रेफरल अस्पताल में बेटे का जन्म दिया. जन्म के एक घंटे तक बच्चा रोया ही नहीं. डॉक्टर ने कहा कि बच्चे का ब्रेन डैमेज हो चुका है. इसके बचने की उम्मीद कम है. बच्चे को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. रेफरल अस्पताल से बच्चे को सदर अस्पताल भेजकर एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया. वहां 24 घंटे रखने के बाद बच्चे को 24 जुलाई को मायागंज रेफर कर दिया. 15 दिन तक बच्चे का इलाज चलता रहा. यहां इलाज चल ही रहा था कि बच्चे की अचानक मौत हो गयी. बुधवार को डॉक्टर ने दोपहर 12.30 बजे बच्चे को खून चढ़ाने की सलाह दी. पिता ने आरोप लगाया किया समय से खून का पर्चा मिलता तो हम खून लाकर दे देते. बच्चे की जान बच जाती. इधर, इलाज में लगे डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे का बेहतर इलाज किया गया. लेकिन बच्चे की हालत काफी गंभीर थी.
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