Flood-related waterborne diseases: बाढ़ग्रस्त इलाके में जलजनित बीमारी फैलने की आशंका, रोकथाम की तैयारी शुरू
Flood-related waterborne diseases: गंगा के बढ़ते जलस्तर और बारिश से भागलपुर के निचले इलाकों में पानी भरने लगा है, जिससे बाढ़ और जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर तैयारियां तेज कर दी हैं.
Flood-related waterborne diseases: भागलपुर माॅनसून की बारिश व गंगा के जलस्तर में उफान से नदी से सटे मुहल्ले व निचले इलाकों में पानी घुसने लगा है. इसके साथ ही बाढ़ग्रस्त इलाके में जलजनित बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने बाढ़ व जलजमाव से उत्पन्न होने वाली बीमारियों की रोकथाम की तैयारियां शुरू कर दी है. विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने भागलपुर समेत बिहार के सभी प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी व सिविल सर्जन को निर्देश पत्र जारी किया. इसके तहत आवश्यक कदम उठाकर जलजनित बीमारियों का फैलाव को रोकने की बात कही गयी है. इसके लिए जलजमाव वाले इलाकों को चिह्नित करने को कहा गया है. बाढ़ की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के बीच मॉक ड्रिल के आयोजन करना है.
Flood-related waterborne diseases: बाढ़ के बाद की बीमारियों से निपटने की तैयारी
विभाग के अनुसार भागलपुर समेत प्रदेश के 15 जिले बाढ़ प्रभावित रहते हैं. इन जिलों में हर साल बाढ़ की समस्या होती है. बाढ़ के कारण लोगों को जान माल की क्षति होती है. वहीं लोग कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं. खासकर बाढ़ के दौरान गर्भवती महिलाओं का प्रसव व नवजात शिशु की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. बाढ़ ग्रस्त इलाके में साफ पेयजल की आपूर्ति का निर्देश : बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में साफ पेयजल की आपूर्ति करनी है. पानी को साफ करने के लिए क्लोरीन टिकिया व ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल करना है. डेंगू, मलेरिया व कालाजार की रोकथाम के लिए जिला मलेरिया पदाधिकारी को डीडीटी का छिड़काव व फॉगिंग करना है. वहीं चिकित्सक दल का गठन किया जायेगा. इनमें डॉक्टर व अन्य कर्मी शामिल रहेंगे. बाढ़ के बाद भी इलाके में जलजनित रोग से लोग पीड़ित रहते हैं.
रोगियों के इलाज की व्यवस्था रहेगी. डायरिया समेत अन्य बीमारियों के इलाज के लिए दवाइयों की व्यवस्था रहेगी. नवजात शिशु की पहचान कर टीकाकरण की व्यवस्था होगी. वहीं महिलाओं की डिलीवरी को लेकर तैयारी पूरी करनी है.