वरीय संवाददाता, भागलपुर मायागंज अस्पताल के ओपीडी में कार्यरत पुरुषों के लिए अल्ट्रासाउंड जांच सेंटर से शोकॉज करने का निर्णय लिया गया. 23 सितंबर को जारी रिपोर्ट में एक महिला को प्रेगनेंट बताने मामले पर जांच कमेटी का गठन किया गया. यह निर्णय अस्पताल अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने मंगलवार को आयोजित बैठक में ली. तय हुआ कि जांच कमेटी में रेडियोलॉजी, गायनी व सर्जरी विभाग के एचओडी रहेंगे. शोकॉज का जवाब मिलने के बाद स्वागतो एजेंसी को लिखित रूप से कहा जायेगा कि ऐसी गलती होने पर करार रद्द कर दिया जायेगा. इसी एजेंसी की ओर से अस्पताल में एमआरआइ सेंटर संचालित होता है. कई दिनों से एमआरआइ जांच बंद रहने को लेकर अधीक्षक ने चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि बार बार एमआरआइ मशीन का हीलियम गैस खत्म हो जाता है. बीते चार जुलाई को भी इसी कारण से सेंटर बंद हुआ था. इस बार भी यही शिकायत आयी थी. इसके अलावा मेडिसीन विभाग के डायलिसिस सेंटर में यूपीएस लगाने के लिए बीएमएसआइसीएल को पत्र भेजने की बात कही गयी. डीएम ने अपने स्तर से भी अनुशंसा कर दी है. विभाग के डॉक्टरों ने कहा कि 15 केवीए का यूपीएस इंस्टाल होने के बाद सभी मशीनें चलेंगी. इस समय तीन मशीनों से डायलिसिस हो रहा हौ. वहीं लोकल स्तर से दवाइयों की खरीदारी को लेकर अगली बैठक में निर्णय होगा.
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