जलजनित बीमारियों से पीड़ित 200 मरीज हर दिन आ रहे अस्पताल
जलजनित बीमारियों से पीड़ित 200 मरीज हर दिन आ रहे अस्पताल
– जिन इलाकों में बाढ़ आयी, वहां जाॅन्डिस, डायरिया, वायरल बुखार व मलेरिया के मरीज बढ़े – भीषण बाढ़ के बाद जिले के कई निचले इलाकों में पानी अब तक फंसा हुआ है. जगह-जगह जलजमाव है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में जमे पानी के कारण संक्रमण तेजी से फैल रहा है. अशुद्ध पेयजल व दूषित भोजन के कारण बाढ़ ग्रस्त इलाकों में बीमारी तेजी से फैल रही है. बदलते मौसम के कारण भी आमलोग वायरस जनित बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. मायागंज अस्पताल व सदर अस्पताल के ओपीडी में इन दिनों चर्मरोग, सर्दी, खांसी, वायरल बुखार, जाॅन्डिस, डायरिया, पेट दर्द समेत मच्छरों से होने वाली मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारी के मरीज बढ़े हैं. इन दिनों रोजाना 200 से अधिक ऐसे मरीज आ रहे हैं जो जलजनित बीमारियों से पीड़ित हैं. दवा के छिड़काव के लिए 295 वार्ड का चयन : सिविल सर्जन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, जिन इलाकों से बाढ़ का पानी उतरा है. वहां पर फॉगिंग, एंटी लार्वा दवा, ब्लीचिंग, फिनाइल का छिड़काव जारी है. छिड़काव के लिए 16 प्रखंड के 295 वार्डों का चयन किया गया है. इन वार्डों में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की 10 टीम ने दो हजार किलोग्राम चूना व ब्लीचिंग का छिड़काव किया. वहीं बाढ़ ग्रस्त इलाके के 390 चापाकलों में क्लोरिन का टेबलेट डालकर इसे साफ किया गया. चार वार्ड में मच्छर लार्वा को नष्ट करने के लिए छिड़काव व एक वार्ड में फॉगिंग हुआ. इसके अलावा मरीजों के उपचार के लिए नौ टीमें कार्यरत हैं.
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