राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के क्रियान्वयन में भागलपुर जिले के 14 प्रखंड पिछड़ गये हैं. बच्चों के स्वास्थ्य जांच में लापरवाही को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति ने सिविल सर्जन को पत्र जारी किया है. पत्र में कहा गया कि खराब प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों व चलंत चिकित्सा दलों को शोकॉज किया जाये. इनके साथ बैठक कर अभियान से संबंधित स्पष्ट निर्देश दिया जाये. साथ ही आरबीएसके में कार्यरत चलंत चिकित्सा दलों की मॉनिटरिंग करने का निर्देश जारी किया गया. पत्र के अनुसार भागलपुर जिले की समीक्षा में पाया गया कि 14 प्रखंडों में कार्यरत चलंत चिकित्सा दल द्वारा प्रतिदिन 40 से कम बच्चों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है. हर टीम को रोजाना 80 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करनी है. टीम को आंगनबाड़ी केंद्रों, सरकारी विद्यालयों व सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में जाकर यहां पढ़ने वाले बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करनी है. यह अभियान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार का महत्वपूर्ण कार्यक्रम है. जिले में खराब प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों में नाथनगर, सबौर, पीरपैंती, कहलगांव, जगदीशपुर, सुलतानगंज, शाहकुंड, सन्हौला, गोराडीह, गोपालपुर, बिहपुर, इस्माइलपुर, नारायणपुर व रंगरा चौक हैं.
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