फाइलेरिया मरीज की पहचान के लिए होगा नाइट ब्लड सर्वे
फाइलेरिया मरीज की पहचान के लिए होगा नाइट ब्लड सर्वे
– जांच में पॉजिटिव आये लोगों को फोन के माध्यम से किया जायेगा सूचित वरीय संवाददाता, भागलपुर सदर अस्पताल के सभागार में सोमवार को फाइलेरिया बीमारी से पीड़ित लोगों की पहचान के लिए नाइट ब्लड सर्वे राउंड की समीक्षा की गयी. इसकी अध्यक्षता वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी (वीडीसीओ) रविकांत ने की. बताया कि लैब टेक्नीशियन को रक्त जांच के दौरान किन किन चीजों का ध्यान रखना पड़ेगा. सही तरीके से जांच करने के बाद ही फाइलेरिया को रोका जा सकता है. ट्रेनिंग में पिरामल के जिला कोऑर्डिनेटर राकेश कुमार ने एसबीएस राउंड के उद्देश्य समेत नाइट ब्लड सर्वे राउंड क्यों जरूरी है, इसकी जानकारी दी. उन्होंने नाइट ब्लड सर्वे के प्रक्रिया बतायी. इनमें फाइलेरिया किनलाइन लिस्ट, सेंटिनल और रैंडम साइट चुनाव, माइक्रोप्लान, सुपरविजन प्लान, टीम गठन, सामग्री प्रबंधन एवं जागरूकता की तैयारी है. बैठक में सभी प्रखंडों से आये लैब टेक्नीशियन, बीसीएम, वीबीडीएस, आशा फैसिलिटेटर व अन्य पदाधिकारी शामिल हुए. रात 8:30 बजे से शुरू होगी जांच प्रोग्राम लीडर विजय कुमार ने कहा कि एसबीएस राउंड से पहले बीडीओ की अध्यक्षता में बीसीसी की बैठक कर सभी संबंधित सामग्री को तैयार करना है. रात के समय गांव में जनमानस को जागरूक करना होगा. यह जांच रात 8:30 बजे से शुरू होता है और 20 वर्ष या इससे ऊपर के 300 लोगों की जांच की जाती है. इस कार्य को सफल बनाने में पंचायत के मुखिया बहुत मददगार साबित हो सकते हैं. उनकी मदद से ही पंचायत को फाइलेरिया मुक्त पंचायत बनाया जा सकता है. कहा गया कि जांच के बाद जिसमें फाइलेरिया की पुष्टि होगी, उन्हें 15 दिनों के अंदर अस्पताल से फोन कर सूचित किया जायेगा. बैठक में पिरामल से कोमल सिंह एवं नीरज कुमार द्वारा सभी प्रखंडों को सही से रिपोर्टिंग करने व उन्हें नाइट ब्लड सर्वे में पूर्ण सहयोग देने की बात कही.
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