वरीय संवाददाता, भागलपुर भागलपुर समेत आसपास के सात जिलों के सरकारी व निजी अस्पतालों से मेडिकल कचरे का उठाव नहीं नहीं हो रहा है. अस्पताल से निकले मेडिकल कचरे का उठाव व निपटारे की जिम्मेदारी मायागंज स्थित सिनर्जी मेडिकल वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट की है. बताया जा रहा है कि अस्पतालों से मेडिकल वेस्ट लाने वाले 34 वाहन चालक हड़ताल पर हैं. इस कारण बीते दो दिनों से उठाव नहीं हो रहा है. इधर, प्रोसेसिंग प्लांट के बाहर प्रदर्शन कर रहे वाहन चालकों ने बताया कि 30 नवंबर को बेगूसराय के शाहपुर कमाल से मेडिकल कचरा लाने के दौरान वाहन चालक दीपक मल्लिक की मौत सड़क दुर्घटना में हो गयी. जिसके बाद मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर चालकों ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है. इस दौरान चालकों को समझाने के लिए बरारी थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची. वहीं कंपनी के प्लांट इंचार्ज सूरजकांत व वाहन चालकों के बीच बैठक हुई. इस दौरान प्लांट इंचार्ज ने कहा कि तत्काल 50 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है. इसके बाद इपीएफ फंड से मृतक की पत्नी को आजीवन आठ से नौ हजार रुपये प्रति माह दिया जायेगा. वहीं एक्सीडेंटल डेथ का भी मुआवजा मिलेगा. वाहन चालक की तरफ से तत्काल पांच लाख रुपये की मांग की जा रही थी, लेकिन शाम कंपनी से मिलने वाले लाभ के आश्वासन पर हड़ताल खत्म की. वहीं मेडिकल कचरा के उठाव के लिए वाहनों को अस्पतालों की ओर भेजा गया.
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