– सर्दी में लोग पानी कम पीते हैं, इससे शरीर का संतुलन बिगड़ता है वरीय संवाददाता, भागलपुर ठंड का असर जैसे-जैसे बढ़ रहा है. लोगों के शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो रही है. लोग पानी का सेवन कम कर रहे हैं. साथ ही ठंड से बचाव के लिए सावधानी नहीं बरत रहे हैं. इम्यूनिटी कम होने से लोगों के शरीर में वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है. इससे लोग वायरल फीवर एवं फ्लू की चपेट में आ रहे हैं. इस समय शहर के विभिन्न मुहल्लों के घर-घर में फ्लू के मरीज मिल रहे हैं. गुरुवार को मायागंज अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने आये 100 से अधिक लोग वायरल फीवर से ग्रसित थे. वहीं कुल मिलाकर 1327 मरीजों ने अपना इलाज कराया. मामले पर मेडिसिन विभाग के प्राध्यापक डॉ हेमशंकर शर्मा ने बताया कि वायरल फीवर की मुख्य वजह शरीर की इम्यूनिटी कम होना है. रात व दिन के तापमान में अंतर के कारण शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. वायरस से बचने के लिए लोग कोविड काल जैसा प्रोटोकाॅल अपनाये. मास्क पहनने व भीड़-भाड़ में सतर्क रहने की जरूरत है. सर्दी व खांसी से पीड़ित लोगों से दूरी बनाये. डॉ हेमशंकर शर्मा ने बताया कि छोटे बच्चे व बुजुर्ग, कैंसर व कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट लेने वाले मरीज, दमा के मरीज, हृदय रोग, लकवा या ब्रेन हेमरेज के मरीज को विशेष सतर्कता बरतनी है. छोटे बच्चे व बुजुर्ग विशेष सतर्क रहें : वरिष्ठ फिजिशियन डॉ विनय कुमार झा ने बताया कि फ्लू से बचने के लिए अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाने पर जोर देना चाहिए. ठंड से बचें. खाना में फल व ताजी हरी सब्जी का प्रयोग करें. पानी खूब पियें. ठंड से बचें. पांच साल से कम उम्र के बच्चे व 60 साल से अधिक उम्र के सीनियर सिटीजन में वायरल फीवर का संक्रमण ज्यादा होता है. उनको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. गर्म कपड़े पहनकर निकले सुबह-शाम : शाम या सुबह में बाहर निकलने के समय गर्म कपड़े जरूर पहनें. सिर पर ऊनी टोपी लगायें. बाइक चलाते हैं तो जैकेट जरूर पहनें. खानपान में गर्म खाना खाये, गर्म पानी पियें. सर्दी में पेशाब करने से डर से बुजुर्ग पानी नहीं पीते हैं. उन्हें रोजाना कम से कम तीन से चार लीटर पानी पीना चाहिए. लोगों को व्यायाम व योग करना चाहिए.
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