मायागंज अस्पताल के ओपीडी में बीते छह माह से मरीजों को कफ सीरप नहीं दिया जा रहा है. ठंड के समय सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या में काफी वृद्धि हो गयी है. कफ सीरप के अलावा मरीजों को बी कॉम्प्लेक्स दवा भी नहीं मिल रही है. इस स्थिति में मरीजों को दोनों दवा बाहर की दुकान से पैसे देकर खरीदना पड़ रहा है. मामले पर अस्पताल प्रबंधक सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि कफ सीरप समेत अन्य दवा की खरीदारी की प्रक्रिया जारी है. जल्द ही मरीजों को दवा मिलने लगेगी. इधर, शनिवार को काउंटर से दवा लेकर बाहर निकले मुंदीचक निवासी 65 वर्षीय दिलीप साह ने बताया कि बीते एक सप्ताह से सर्दी-खांसी से पीड़ित हैं. डॉक्टर ने जांच के बाद चार दवा लिखी. इनमें से खांसी की सीरप व ताकत की बी कॉम्प्लेक्स दवा नहीं दी गयी. अब बाहर जाकर दवा खरीदना होगा. पास में पैसे भी महज 50 रुपये बचे हैं. ठंडे बस्ते में पड़ी है दवा खरीद की प्रक्रिया अस्पताल के कर्मियों ने बताया कि कफ सीरप करीब छह माह से नहीं आ रहा है. जिस समय डॉ राकेश कुमार यहां के अधीक्षक थे, दवा खरीद की प्रक्रिया शुरू हुई थी. लेकिन उनके ट्रांसफर के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया. अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही के कारण बाहरी दवा दुकानों की पौ बारह हो गयी है. निजी दुकानों पर 100 से 200 रुपये तक में कफ सीरप व बी कॉम्प्लेक्स दवा बिक रही है. इससे गरीब मरीजों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है.
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