जेएलएनएमसीएच के शिशु रोग विभाग में शनिवार को बच्चों को होने वाली बीमारी थैलेसीमिया पर सेमीनार का आयोजन हुआ.सेमीनार का विषय था – थैलेसीमिया से ग्रस्त बच्चों का उपचार. कार्यक्रम में नारायणा हेल्थ केयर कोलकाता के हेमैटो ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ शिशिर कुमार पात्रा ने इस विषय पर विस्तार से चर्चा की. थैलेसीमिया के उपचार की विभिन्न विधियों के बारे में तथा इसकी रोकथाम के विषय में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि खून में ऑक्सीजन ले जाने वाला हीमोग्लोबिन प्रोटीन व लाल रक्त कोशिकाएं सामान्य से कम हो जाता है. थैलेसीमिया एक वंशानुगत रक्त विकार है. इस बीमारी में बच्चों में थकान, कमजोरी, पीलापन समेत शरीर का ग्रोथ कम होना जैसे लक्षण दिखते हैं. सामान्य मामलों में इलाज की जरूरत ना हो, लेकिन गंभीर मामलों में खून चढ़ाने या डोनेट की गयी स्टेम कोशिकाओं के प्रत्यारोपण की जरूरत हो सकती है. कार्यक्रम की अध्यक्षता शिशुरोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अंकुर प्रियदर्शी ने की. इस मौके पर डॉ खलील अहमद, डॉ राजीव कुमार, थैलेसीमिया डे केयर सेंटर के प्रभारी डॉ राकेश कुमार, डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ सतीश कुमार, डॉ अनिल कुमार, डॉ पीके यादव, डॉ कृष्ण मुरारी, डॉ राजीव रंजन, डॉ सत्या गुप्ता, डॉ गौरव, डॉ अंकुश सहित पीजी छात्र छात्राएं, नर्सें, कर्मचारी अविनाश कुमार व अन्य कर्मी उपस्थित रहे.
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