जेएलएनएमसीएच अधीक्षक ने अस्पताल में थाना आउट पोस्ट खोलने की मांग एसएसपी से की
- परिसर में लगातार मारपीट की घटना से परेशान अस्पताल अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने लिखा पत्र
वरीय संवाददाता, भागलपुर
बीते शुक्रवार को देर रात मायागंज अस्पताल में मरीज के परिजनों व डॉक्टरों के बीच हुई मारपीट के बाद अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल के सर्जरी इमरजेंसी वार्ड के सामने थाना आउट पोस्ट टीओपी बनाने की मांग एसएसपी से की है. अस्पताल अधीक्षक डॉ केके सिन्हा ने इससे संबंधित पत्र भेजा है. पत्र में कहा गया है कि मरीज की मौत के बाद परिजन आये दिन डॉक्टरों व कर्मियों से मारपीट करते हैं. इस समय अस्पताल में बरारी थाना की ओर से पुलिस पिकेट संचालित किया जाता है. यहां पुलिस महज एक या दो संख्या में दिखते हैं. यह पिकेट रात में अक्सर बंद मिलता है. ऐसे में अस्पताल की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी निजी एजेंसी के सुरक्षाकर्मियों पर आ जाती है. पत्र के अनुसार अस्पताल में आये दिन मारपीट के बाद यहां की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है. ऐसे में एसएसपी से टीओपी खोलने का आग्रह किया गया है.
तीन महीने में सात मारपीट की घटना : मायागंज अस्पताल में मरीजों के परिजन व डॉक्टरों के बीच मारपीट की घटना लगातार हो रही है. बीते तीन माह के दौरान अब तक ऐसी सात घटनाएं हो चुकी हैं. ज्यादातर मामले मरीज की मौत के बाद का है. परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर देते हैं. जब हंगामा रोकने की कोशिश सुरक्षा गार्ड, कर्मचारी व डॉक्टर करते हैं तो अस्पताल परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो जाता है. 13 नवंबर की रात मेें परिजनों ने आक्रोश में लोहे के गेट को धक्का देकर खोल दिया. वहीं लकड़ी का एक छोटा टेबल उठा कर डॉक्टरों के ऊपर दे मारा था.
मायागंज अस्पताल में हाल की घटनाएं :
चार सितंबर : अल्ट्रासाउंड कराने आये मरीज व सुरक्षा गार्ड के बीच मारपीट
10 सितंबर : मरीज के शव को मेन गेट पर रख कर किया हंगामा30 सितंबर : ओपीडी के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर परिजनों का हंगामा
28 अगस्त : ओपीडी में उमड़े मरीज, इलाज में विलंब होने पर हुआ हंगामा
सात अगस्त : मायागंज के शिशु विभाग में नवजात की मौत के बाद हंगामाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है