जिला यक्ष्मा कार्यालय की उपेक्षा से कल्चर एंड डीएसटी लैब बदहाल

जिला यक्ष्मा कार्यालय की उपेक्षा से कल्चर एंड डीएसटी लैब बदहाल

By Prabhat Khabar News Desk | May 28, 2024 9:36 PM

– जेएलएनएमसीएच में संचालित कल्चर एंड डीएसटी लैब में टीबी मरीजों के तीन हजार से अधिक सैंपल की जांच अटकी

वरीय संवाददाता, भागलपुर

मायागंज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में संचालित कल्चर एंड डीएसटी लैब में टीबी मरीजों के तीन हजार से अधिक सैंपल की जांच अटकी हुई है. प्रयोगशाला का एयर कंडीशनर समेत अन्य उपकरण खराब पड़े हुए हैं. कल्चर एंड डीएसटी लैब के प्रभारी डॉ अमित कुमार ने बताया कि डेढ़ साल पहले तक राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से सीधे मायागंज अस्पताल अधीक्षक को लैब संचालन का फंड आता था. इसके बाद समिति की ओर से जिला यक्ष्मा कार्यालय को लैब संचालन की जिम्मेदारी दी गयी. इसके बाद से ही डीएसटी लैब बदहाल होने लगा. इस समय पांच एसी खराब पड़े हुए हैं. वहीं, कई उपकरण भी बदहाल हैं. इसकी मरम्मत के लिए कई बार जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ दीनानाथ को पत्र लिखा गया, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ. जब मायागंज अस्पताल को लैब के संचालन का फंड मिलता था, तब अधीक्षक के पास से लैब के लिए हर फंड आसानी से जारी होता था. अब स्थिति दूसरी हो गयी है. इस लैब में 16 जिलों के टीबी मरीजों का सैंपल जांच के लिए आता है. संसाधन के अभाव में तीन हजार से अधिक मरीजों के सैंपल खराब हो गये हैं. जांच के अभाव में सैंपल खराब होने से पूरे परिसर में दुर्गंध फैल गया है. इससे बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है.

डीएसटी लैब की जांच के लिए जायेंगे : डॉ दीनानाथ

जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ दीनानाथ ने बताया कि मायागंज अस्पताल स्थित डीएसटी लैब में जाकर जांच की जायेगी. निरीक्षण कर पता किया जायेगा किस कारण से तीन हजार से अधिक सैंपल की जांच नहीं हो पायी है. लैब के पास दो टेक्नीशियन है, जबकि जरूरत चार की है. बावजूद इतनी संख्या में सैंपल की जांच नहीं होना उचित नहीं है. सैंपल के खराब होने की संभावना नहीं है. लैब की सभी समस्या का समाधान किया जायेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version