– अजगर का बच्चा समझकर मीराचक निवासी ने विषैले सांप को हाथ से पकड़ लिया था
– मायागंज अस्पताल के फैब्रिकेटेड वार्ड में बुधवार को सर्पदंश से पीड़ित 48 वर्षीय मरीज प्रकाश मंडल का इलाज जारी रहा. शाम तक उन्हें 15 वाइल एंटी वेनम का डोज दिया गया. मरीज का हाल जानने अस्पताल अधीक्षक डॉ केके सिन्हा पहुंचे. उन्होंने डॉक्टरों से कहा कि मरीज का बेहतर तरीके से इलाज हो. इधर, जीरोमाइल थाना क्षेत्र के मीराचक के रहने वाले प्रकाश ने बताया कि उनके बांए हाथ के अंगूठे में रसेल वाइपर सांप ने काट लिया है. हाथ में काफी दर्द और सूजन है. मंगलवार शाम को इस सांप को मैंने अजगर का बच्चा समझकर भूलवश उठा लिया था. सांप काटने के बाद जब चक्कर आने लगा. तब मायागंज अस्पताल इलाज के लिए पहुंच गये. उन्होंने बताया कि मीराचक गांव में इस तरह के सांप की भरमार है. लोग आये दिन इस सांप को देखते हैं. इधर, ग्रामीण मैनेजर मंडल ने बताया कि सांप काटने के बाद गांव में खौफ का माहौल है. इधर, बुधवार दोपहर वन विभाग की टीम ने मायागंज अस्पताल पहुंचकर रसेल वाइपर सांप का रेस्क्यू कर ले गयी. वन विभाग के पशु चिकित्सक डॉ संजीत कुमार ने बताया कि अजगर व रसेल वाइपर सांप में काफी अंतर है. लोग अनजाने में रसेल वाइपर को अजगर समझते हैं. यह सांप काफी विषैला होता है. बीते कुछ वर्षों में इस सांप की संख्या बढ़ी है. अबतक कई सांप को पकड़कर जमुई जंगल में छोड़ा गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है