दिल्ली के बिहार भवन में इस बार भी 14 जनवरी को मकर संक्रांति(makar sankranti 2021) मनायी जायेगी. इस दौरान दही-चूड़ा व तिलकुट भोज का आयोजन होगा. इसमें भागलपुर का कतरनी चूड़ा परोसने का निर्णय बिहार सरकार के बिहार भवन प्रशासन ने लिया है.
बिहार भवन की स्थानिक आयुक्त पलका साहनी ने भागलपुर डीएम को दो क्विंटल कतरनी चूड़ा की आपूर्ति करने का निर्देश दिया है. यह ध्यान रखने कहा गया है कि कतरनी चूड़ा उच्च कोटि का हो. मकर संक्रांति पर्व के मौके पर भोज में बिहार भवन में कई महानुभाव शामिल होंगे.
भागलपुर के कतरनी धान के उत्पाद देश भर में मशहूर हैं. इस इलाके में 496 एकड़ में कतरनी की खेती होती है. इससे तैयार चूड़ा व चावल को लोग खूब पसंद करते हैं. यह अपने आकार और सुगंध के लिए पसंद किये जाते हैं. इसका सुगंध आसपास के लोगों को भी अपनी ओर खींचता है. भागलपुर के जगदीशपुर, सुल्तानगंज, मुंगेर के तारापुर, बांका के रजौन, अमरपुर व जमुई के कुछ खास क्षेत्रों में भी कतरनी की खेती होती है. प्रति एकड़ 16 क्विंटल के हिसाब से सिर्फ जगदीशपुर में तकरीबन आठ हजार क्विंटल कतरनी धान का उत्पादन होता है.
Also Read: राबड़ी देवी को ‘प्रसाद’ देकर बोले यूपी के बाबा, जल्द टूटेगी लालू की बेड़ी, तेजस्वी बनेंगे प्रधानमंत्री
देश के 15 प्रांतों के अलावा बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल, दुबई व कनाडा में कतरनी चूड़ा निर्यात करने की तैयारी है. इसके ब्रांडिंग की तैयारी सरकारी स्तर से की जा रही है. कतरनी चूड़ा व चावल की ब्रांडिंग होने के बाद बाजार मिल जायेगा.