बच्चों में नशीली दवाओं एवं मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम के लिए जिले के सभी विद्यालयों में प्रहरी क्लब का गठन किया जाएगा. डीपीओ प्राइमरी एवं एसएसए डा जमाल मुस्तफा ने इस बाबत जिले के सभी सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों के एचएम को इस बाबत पत्र लिख कर निर्देशित किया है. प्रहरी क्लब के लिए एक मेंटर शिक्षक को नामित किया जाएगा, जो किसी प्रकार का तम्बाकू, पान मशाला, गुटखा, खैनी आदि का सेवन नहीं करते हों. प्रहरी क्लब का प्रशिक्षण एवं संचालन नामित मेंटर शिक्षक के द्वारा किया जाएगा. क्लब में प्रत्येक कक्षा के चयनित छात्रों को शामिल किया जाएगा. छात्राओं के क्लब में जागरूक अभिभावकों को भी शामिल किया जाएगा. क्लब में न्यूनतम 20 सदस्य रखें जाएंगे. संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक / प्रभारी प्रधानाध्यापक को प्रहरी क्लब के गठन एवं पर्यवेक्षण हेतु विद्यालय का नोडल पदाधिकारी नामित किया जाता है.
क्या होगा प्रहरी क्लब का कार्य
प्रहरी क्लब के बच्चों और अभिभावकों के सहयोग से नशापान विरोधी अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान में समय – समय पर स्थानीय पुलिस प्रशासन का भी सहयोग लिया जाएगा. प्रहरी क्लब यह ध्यान रखे कि विद्यालय के 100 मीटर के दायरे में मादक पदार्थ नहीं पहुंचे. प्रहरी क्लब के सदस्य यह निगरानी रखेंगे कि विद्यालय का कोई छात्र शराब, पान मसाला, गुटखा, बीड़ी-सिगरेट आदि की लत से बचे रहें. प्रहरी क्लब के सदस्य आस-पास की दुकानों में नियमित जांच करेंगे, यदि कोई मादक पदार्थ बेचे जा रहे हैं तो पुलिस को सूचना देंगे.कहते हैं पदाधिकारी
प्राथमिक शिक्षा एवं सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ डाॅ जमाल मुस्तफा ने बताया कि नशीली दवाओं एवं मादक द्रव्यों के सेवन अवैध तस्करी की रोकथाम के लिए इस क्लब का गठन किया जा रहा है. जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नशीली दवाओं और मादक पदार्थों की बिक्री प्रतिबंधित हो तथा छात्रों को नशीली दवाओं और पदार्थों के दुरुपयोग की किसी भी गतिविधि के बारे में अधिक सतर्क रहने के लिए संवेदनशील बनाना है.
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