Bihar News: भागलपुर जिले में बाढ़ का कहर बीते दिनों तेजी से बढ़ा. गंगा ने रौद्र रूप दिखाया है जिससे नदी का पानी कई इलाकों में फैल गया. बाढ़ ग्रस्त इलाके से लोग पलायन करके सुरक्षित स्थान पर चले गए. इधर बीते दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने भी बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ा दी. इधर, सांप-बिच्छु व अन्य जीव भी लोगों के बीच बिलबिला रहे हैं. कहीं करैत तो कहीं रसेल वाइपर सांप मिलने से लोगों में दहशत है. इधर अब एक मगरमच्छ भी बाढ़ में गंगा से बह कर लोगों के बीच पहुंच गया. जिससे अफरातफरी का माहौल बना रहा.
एकचारी गांव में घूम रहा था मगरमच्छ…
भागलपुर में बाढ़ के पानी में बहकर फिर से मगरमच्छ लौट आया है. पीरपैंती के एकचारी में यह मगरमच्छ पाया गया है. चारों ओर से गंगा के पानी में डूबे एकचारी गांव में एक मगरमच्छ सूखे में कब्रिस्तान के पास आ गया. इस मगरमच्छ पर अचानक बच्चों की नजर गयी जिसके बाद गांव के बच्चों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. मगरमच्छ दिखने की सूचना पर ग्रामीण मौके पर जुटे. ग्रामीणों ने सावधानी पूर्वक मगरमच्छ को पकड़कर थाना को सूचना दी. थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने वन विभाग को इसकी सूचना दे दी. मगरमच्छ को रस्सियों से जकड़ा गया. बता दें कि पिछले साल भी बाढ़ के पानी में बहकर मगरमच्छ भागलपुर के कई इलाके में दिखे थे. लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जाती है.
भागलपुर में बाढ़ का कहर
गौरतलब है कि भागलपुर में पिछले कुछ दिनों से बाढ़ की मार लोग झेल रहे हैं. गंगा का जलस्तर इस कदर बढ़ा कि पानी नेशनल हाइवे और रेलखंड तक पहुंच गया. भागलपुर-कहलगांव एनएच 80 पर बाढ़ का पानी तेज धार के साथ बहने लगा तो इस सड़क पर से आना-जाना बंद कर दिया गया. हालांकि गंगा का जलस्तर अब घटने लगा है. गंगा की मार कई गांव झेल रहे हैं. मसाढू गांव के कई मकान गंगा में समा गए हैं.
गंगा का दिखा रौद्र रूप
इधर, बाढ़ की मार झेल रहे लाखों लोगों के लिए बुधवार का दिन राहत भरा रहा. गंगा नदी के जलस्तर में लगातार दूसरे दिन भी कमी जारी रही. जल संसाधन विभाग पटना द्वारा 25 सितंबर को दोपहर दो बजे जारी सूचना के अनुसार भागलपुर में गंगा का जलस्तर 28 सेंटीमीटर कम हुआ है. हालांकि, जलस्तर अभी भी खतरे के निशान 33.68 मीटर से 58 सेंटीमीटर ऊपर है. बुधवार को जलस्तर 34.26 मीटर रहा. जबतक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से कम नहीं होगा, बाढ़ का असर बरकरार रहेगा.