Bhagalpur News: सहरसा जिले के सलखुआ थाना क्षेत्र के साम्हर खुर्द गांव के पवन कुमार के आठ वर्षीय पुत्र आयुष कुमार का शव बरामद होने के 36 घंटे बाद भी पोस्टमार्टम नहीं हो सका है. लिहाजा सहरसा के 15 से अधिक की संख्या में ग्रामीण शनिवार की सुबह से ही जेएलएनएमसीएच में पोस्टमार्टम करवाने के इंतजार में हैं. एक तरफ ग्रामीण बच्चे की मौत के बाद शोक संतप्त हैं, तो दूसरी ओर ग्रामीण शनिवार की देर शाम भागलपुर में रात बिताने के लिए ठिकाना खोज रहे थे.
Bhagalpur News: आठ को लापता हुआ था आयुष, नौ अगस्त को बरामद हुआ था शव
ग्रामीणों ने बताया कि कोसी नदी में बाढ़ आयी है. गांव में नदी के किनारे जेसीबी से खोदा गया एक पुराना गड्ढा था. वहां आठ अगस्त को आयुष शौच करने गया था और आशंका है कि वह गड्ढे में फिसल गया और डूब गया. परिजनों ने देर शाम तक खोजबीन की, लेकिन शव नहीं मिला. नौ अगस्त को गड्ढे के पास खेत में उसका शव मिला. ग्रामीणों ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि आयुष की मौत डूब कर हुई होगी, लेकिन सियार या दियारा के अन्य जानवरों द्वारा शव को खींच कर खेत में जे जाया गया होगा. सुबह पुलिस को सूचना दी गयी और मौके पर पहुंची सलखुआ पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सहरसा भेज दिया.
Bhagalpur News: शव को सहरसा से किया गया भागलपुर रेफर
बालक का शव क्षत-विक्षत था. इस कारण उसके शव और हड्डियाें की फॉरेंसिक जांच और पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेजा गया. परिजन शनिवार को अहले सुबह शव लेकर जेएलएनएमसीएच पहुंचे, लेकिन यहां पर शव की स्थिति को देख कर जेएलएनएमसीएच के एक्सपर्ट ने पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया. इस कारण शनिवार को जेएलएनएमसीएच में बालक के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका.
शव की होगी बोन जांच
जेएलएनएमसीएच के प्राचार्य उदयनारायण सिंह ने बताया कि शव की स्थिति बेहद खराब थी, जिसके कारण एक्सपर्ट की राय थी कि शव का पोस्टमार्टम संभव नहीं है. अब बालक की बोन जांच होनी है. इसके लिए फिर से पूरी प्रक्रिया की जायेगी. पुलिस द्वारा पूरी प्रक्रिया कराये जाने के बाद बोन जांच की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.