Bihar News: बिहार के चार शहरों में मेट्रो रेल परियोजना को मंजूरी मिली है और इसमें एक भागलपुर शहर भी है. यहां व्यापक मासिक योजना (सीएमपी), अल्टरनेटिव एनालिसिस रिपोर्ट (एएआर) एवं फिजिबिलिटी स्टडी का कार्य प्रगति पर है. यह कार्य राइट्स लिमिटेड को मिली है. यह काम उन्हें 7.02 करोड़ की राशि से कराने दिया गया है. राइट्स लिमिटेड ने अब कार्य की उपलब्धता के आधार पर पैसे की डिमांड नगर विकास एवं आवास विभाग से की है.
विभाग ने राशि भुगतान को लेकर क्या कहा…
कंपनी ने सरकार से परामर्शी शुल्क के रूप में पूरी राशि की मांग की है. राइट्स लिमिटेड की मांग के अनुरूप नगर विकास एवं आवास विभाग ने परामर्शी शुल्क के भुगतान के लिए प्रथम किस्त 10 प्रतिशत के रूप में सेवा कर सहित 70.21 लाख की निकासी की स्वीकृति दी है. विभाग के संयुक्त सचिव की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि भुगतान राशि में से राइट्स लिमिटेड को 59.50 लाख रुपये एवं जीएसटी मद में 10.71 लाख रुपये भुगतान किया जायेगा.
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कैसा होगा भागलपुर मेट्रो का नेटवर्क?
मेट्रो रेल परियोजना अगर भागलपुर में मूर्त रूप लेगा, तो शहर की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए मेट्रो का संचालन थर्ड रेल सिस्टम से होगा. भागलपुर में मेट्रो का नेटवर्क 15 किलोमीटर के दायरे में फैलेगा. इधर, मेट्रो स्टेशन जमीन के ऊपर होंगे या भूमिगत स्टेशन बनाये जायेंगे, यह जल्द ही तय होगा.
थर्ड रेल सिस्टम ओवरहेड वायर से ज्यादा सुरक्षित, ऐसे करता है काम…
थर्ड रेल सिस्टम ओवरहेड वायर से ज्यादा सुरक्षित होता है. इसमें पटरियों के बीच एक अतिरिक्त रेल होती है जो बिजली की आपूर्ति करती है. मेट्रो ट्रेन के पहिये जब इस तीसरी रेल के संपर्क में आते हैं, तो बिजली की तरंगें ट्रेन को गति प्रदान करती हैं. यह स्टील या कार्बन से बनी होती है. इसमें किसी भी तरह की दुर्घटना का खतरा कम रहता है. यह सिस्टम ओवरहेड वायर की तुलना में काफी सुरक्षित और विश्वसनीय होता है. यह सिस्टम शहर के अंदर मेट्रो संचालन के लिए सबसे उपयुक्त माना गया है.