– मेट्रो रेल परियोजना. शनिवार को डीएम के सामने मेट्रो परियोजना का दिया प्रजेंटेशन, 5900 करोड़ अनुमानित लागत
वरीय संवाददाता, भागलपुर
राज्य सरकार से भागलपुर में मेट्रो ट्रेन परिचालन की स्वीकृति के बाद राइट्स लिमिटेड की मेट्रो अलाइनमेंट टीम ने इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली है. मेट्रो रूट का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है. मेट्रो रेल परियोजना की कुल लंबाई 24 किलोमीटर होगी. दो रूट पर 22 मेट्रो स्टेशन तैयार होंगे. सबौर के सैदपुर से चंपानगर तक पूर्व से पश्चिम कोरिडोर-1 की लंबाई 17 किलोमीटर होगी. वहीं उत्तर से दक्षिण कोरिडोर 2 की दूरी सात किलोमीटर होगी. कोरिडोर-1 में कुल 16 व कोरिडोर-2 में कुल छह मेट्रो स्टेशन होंगे. कोच की रखरखाव के लिए दो जगह डिपो बनेगा. इनमें सबौर के सैदपुर में 20 हेक्टेयर व जगदीशपुर की तरफ वास्तु विहार के पास 12 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा. मेट्रो अलाइनमेंट टीम ने शनिवार को डीएम के सामने परियोजना का प्रजेंटेशन दिया. जिस जगह पर मेट्रो रेल निर्माण में समस्या संभावित है, उसे भी हाइलाइट किया गया. अब इसके डिटेज प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीओ को तैयार किया जायेगा.इधर, डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने बताया कि मेट्रो रेल परियोजना को लेकर प्राइमरी सर्वे के आधार पर जनप्रतिनिधियों से सुझाव लिया गया है. इसी आधार पर योजना तैयार कर विभाग को भेजा जाएगा. इस योजना से शहर को जाम से निजात मिलेगी. अनुमानित लागत 5900 करोड़ रुपये हैं.
सबौर के सैदपुर से चंपानगर तक कोरिडोर-1 : पूर्व से पश्चिम फेज वन : मेट्रो रेल परियोजना के कोरिडोर- 1 के तहत फेज वन में सबौर के सैदपुर से भागलपुर रेलवे स्टेशन के बीच मेट्रो रेल चलेगी. भागलपुर रेलवे स्टेशन चौक से सैदपुर तक 12 किलोमीटर की लंबाई में 12 स्टेशन बनेंगे. इनमें स्टेशन चौक के बाद भागलपुर प्राइवेट बस डिपो, भीखनपुर, पुलिस लाइन, तिलकामांझी चौक, आनंदगढ़ कॉलोनी, भागलपुर एयरपोर्ट, जीरोमाइल, भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, सबौर, बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी व सैदपुर स्टेशन होंगे.फेज टू : मेट्रो रेल परियोजना के कोरिडोर-1 के तहत फेज टू में भागलपुर स्टेशन चौक से चंपानगर तक पांच किलोमीटर की दूरी में चार स्टेशन बनेंगे. इनमें तातारपुर, टीएनबी काॅलेज, नाथनगर व चंपानगर शामिल हैं. पश्चिम की ओर चंपापुल के आगे स्टेशन बनेगा. मेयर वसुंधरा लाल के अनुसार चंपानगर के पास अंडरग्राउंड कार्य हो सकता है.
—भागलपुर रेलवे स्टेशन से वास्तु विहार तक कोरिडोर- 2 : मेट्रो रेल परियोजना के कोरिडोर-2 के तहत भागलपुर रेलवे स्टेशन से बैजानी के वास्तु विहार चौक तक मेट्रो रेल चलेगी. भागलपुर रेलवे स्टेशन के बाद पहला स्टेशन मोजाहिदपुर, फिर महेशपुर, आनंदमार्ग कॉलोनी, बदर आलमपुर, भैरोपुर व बैजानी के पास व वास्तु विहार चौक पर स्टेशन होगा.
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भागलपुर स्टेशन चौक पर इंटरचेंज स्टेशन : भागलपुर रेलवे स्टेशन चौक को इंटरचेंज स्टेशन बनाया जायेगा. यहां से लोग हर दिशा के लिए मेट्रो ट्रेन पकड़ सकते हैं.—
तीन कलर के तीन रूट होंगे
ग्रीन लाइन : रेलवे स्टेशन से चंपानगर तकरेल लाइन : रेलवे स्टेशन से सैदपुर सबौर तक
ब्लू लाइन : रेलवे स्टेशन से वास्तु विहार तक—
मेट्रो परियोजना की रिपोर्ट प्रस्तुत : जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी, एमएलसी संजीव कुमार सिंह, नगर निगम की महापौर डॉ वसुंधरा लाल, उप महापौर डॉ मोहम्मद सलाउद्दीन अहसन, नगर आयुक्त डॉ प्रीति के सामने रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी. राइट्स लिमिटेड के पदाधिकारी राजीव कुमार तिवारी व संयुक्त महाप्रबंधक एम. विशाखा ने भागलपुर मेट्रो के लिए तैयार कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी), अल्टरनेटिव एनालिसिस रिपोर्ट (एएआर) एवं फैसिबिलिटी स्टडी का रिपोर्ट को पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया. रिपोर्ट में बताया गया कि टीम ने शहर का सर्वेक्षण करते हुए आम लोगों की राय, ट्रैफिक सर्वे, टेक्निकल बिंदुओं एवं अन्य मानकों को ध्यान में रखा है. अन्य रूट का भी होगा सर्वे : डीएम ने भागलपुर मेट्रो के रूट लाइनिंग पर कई सुझाव दिये. उन्होंने कॉरिडोर एक व दो पर प्रथम चरण में काम शुरू करने का सुझाव दिया. डीएम ने दो कोरिडोर के अलावा अन्य मार्गो पर रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया. इनमें चंपानगर से पुरानी सराय, नूरपुर, दाउदवाट, चौधरीडीह से कटारिया नदी तक अध्ययन कर द्वितीय चरण में कार्य करने का सुझाव दिया गया. वहीं बैठक में मौजूद निगम के पार्षदों ने द्वितीय चरण में चंपानगर से बाइपास, कोहरा, शीतला स्थान चौक व मिरजानहाट व भीखनपुर तक रूट निर्धारित करने का सुझाव दिया गया. टीएनबी कॉलेज के पास मेट्रो रेल स्टेशन को भूमिगत बनाने को कहा. राइट्स लिमिटेड के पदाधिकारी ने सुझावों पर कार्य करने की सहमति दी. —छह माह में शुरू होगा काम : मेयर
राइट्स लिमिटेड के साथ मीटिंग के बाद नगर निगम की मेयर डॉ बसुंधरा लाल ने बताया कि छह माह बाद निर्माण का काम शुरू होगा. शहरी क्षेत्र में ही प्रथम चरण में काम शुरू होगा. जमीन अधिग्रहण मामले पर भी चर्चा हुई. अधिकतर जमीन सरकारी होगी, ताकि कोई बिल्डिंग इसकी जद में नहीं आये.
पिलर पर बिछेगी मेट्रो रेललाइन : अधिकतर स्थानों पर पिलर के सहारे मेट्रो रेललाइन बिछायी जायेगी. इसके ऊपर ही मेट्रो ट्रेन चलेगी. चंपा नदी के समीप अंडरग्रांड में प्लेटफॉर्म तैयार हो सकता है. अगले चरण में शहर के बाहर पर्यटन स्थलों को मेट्रोलाइन से जोड़ा जायेगा. मेयर ने बताया कि सैलानियों के लिए मंदारहिल, अजगैबीनाथ, बटेश्वरधाम, विक्रमशिला विश्वविद्यालय, जैन मंदिर, कुप्पाघाट आश्रम, शाहजंगी आदि को कवर करने पर चर्चा चल रही है.
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